राहुल सेठी इंदौर। नरसीमुंजी विवि के संचालकों द्वारा एक के बाद एक दिन हठधर्मितापूर्वक काम किया जा रहा है। अब उनके द्वारा गांव की नाली को मिट्टी डालकर बूर दिया गया है। इससे कई किसानों की खेती बर्बाद होने की संभावना बन गई है।
सुपर कॉरिडोर स्थित बड़ा बांगड़दा क्षेत्र में श्री विले पार्ले केलवाणी मंडल, श्री भाईदास मगनलाल सभागृह भवन विले पार्ले, मुंबई की संस्था नरसीमुंजी विवि द्वारा भवन का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस संस्था के द्वारा वहां जमीन की खुदाई का काम किया जा रहा है। खुदाई के बाद जो मिट्टी निकल रही है, उसे संस्था के कर्मचारियों ने पूर्व में तो एक किसान को फायदा पहुंचाने के लिए उसके खेत में डाल दी थी। अब बीते कुछ दिनों से कर्मचारियों ने नया कारनामा करते हुए गांव पालाखेड़ी स्थित एक नाले में मिट्टी डाल दी है। इससे वहां पर पानी की निकासी पूरी तरह से बंद हो गई है। किसानों का कहना है कि यदि इस नाले को खाली नहीं कराया गया तो बरसात में सभी की खेती बर्बाद हो जाएगी। कारण कि नाले के समीप किसानों के घर बने हुए हैं। वहीं खेती की जमीन शुरू हो जाती है। इसलिए उक्त समस्या का निदान करना सर्वाधिक जरूरी है।
सूत्रों का कहना है कि मामले में पीड़ित किसानों द्वारा जिला प्रशासन के साथ पुलिस प्रशासन को शिकायत की गई है, लेकिन अब तक कोई भी अधिकारी सुधार के लिए नहीं पहुंचा है। नरसीमुंजी विवि के संचालकों द्वारा उक्त नाले को निरंतर पूरी तरह से बूरने का काम किया जा रहा है।
इन पर भी लगे आरोप
किसानों द्वारा इस मामले में नरसीमुंजी विवि के संचालकों के साथ कल्याण सिंह पिता रुखनाथसिंह पर भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस एक मात्र किसान ने विवि से मिट्टी खरीदी है। इसलिए उसके कहने पर ही नाले में मिट्टी डाली गई है। इससे की हमारी खेती प्रभावित हो जाए और उन्हें फायदा मिल सके।
इस योजना में बनी थी सड़क-नाला
बताते हैं कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत पालाखेड़ी ग्राम में सड़क बनाने का काम कुछ माह पहले किया गया है। उस सड़क पर भी नरसीमुंजी विवि द्वारा मिट्टी फेंकी जा रही है। इसी प्रकार नाले का काम भी उस योजना के तहत किया गया है। इसके बावजूद भी अधिकारियों ने मामले में अब तक कार्रवाई के लिए रूची नहीं ली है।
ये किसान हो रहे प्रभावित
वैसे तो क्षेत्र के कई किसानों को बाढ़ का अंदेशा इन दिनों सता रहा है, इसमें भी खासकर वासुदेव पिता कासीराम, शंकरसिंह पिता रामसिंह, मदनसिंह पिता रामसिंह, सिद्धनाथ पिता पदमसिंह, विष्णु पिता जग्गनाथ कलोता, नंदकिशोर सौलंकी, सीताराम पिता मानसिंह सहित अन्य किसान प्रभावित हो सकते हैं।
प्रशासन नहीं कर रहा सहयोग
हमारे द्वारा शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया है। प्रशासन यदि सहयोग करेगा तो हमें कोई नुकसान नहीं होगा। नरसीमुंजी के खिलाफ प्रशासन द्वारा अब तक कोई एक्शन नहीं ली गई है।
दिनेश पिता रतनसिंह, पीड़ित, किसान
मेरी जानकारी में नहीं
इस तरह की कोई शिकायत की जानकारी फिलहाल मुझे नहीं है। यदि विवि द्वारा ऐसा कोई काम किया गया है तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
योगेंद्रसिंह मोर्य, तहसीलदार, जिला प्रशासन