गौरीशंकर दुबे इंदौर। नेहरू पार्क के जिस स्विमिंग पूल पर नगर निगम के कुछ अधिकारियों/कर्मचारियों ने एक महीने पहले पानी होने के बावजूद कमी के नाम पर ताले जड़ दिए थे, उसी सूखे पूल के खिलाड़ी अपनी मेहनत के दम पर राष्ट्रीय गोताखारी स्पर्धा में इंदौर के लिए स्वर्ण और रजत पदक ले आए हैं। बेंगलुरु से करीब 45 किलोमीटर दूर जैन यूनिवर्सिटी के तरणताल में बुधवार को राष्ट्रीय गोताखोरी स्पर्धा हुई। स्पर्धा के पहले दिन भाविक पिंगले ने स्वर्ण और तितिक्षा मराठे ने रजत पदक जीता।
16 वर्षीय भाविका एकलव्य अवॉर्डी हैं। उन्होंने हाई बोर्ड में कर्नाटक और पश्चिम बंगाल की लड़कियों को पीछे छोड़कर स्वर्ण पदक जीता। वे सभी जूनियर राष्ट्रीय स्पर्धा में कालांतर में तीन स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीत चुकी हैं। सब जूनियर में यह उनका लगातार तीसरे साल स्वर्ण पदक है। राष्ट्रीय सब जूनियर स्पधार्ओं में चार स्वर्ण पदक जीत चुकी इंदौर की ही तितिक्षा मराठे ने पहली बार सब जूनियर में खेलते हुए वन मीटर स्प्रिंग बोर्ड में रजत पदक जीता।
आज इनसे उम्मीद
इंदौर के प्रखर जोशी और उत्कर्ष जोशी आज थ्री मीटर स्प्रिंग बोर्ड में खेलेंगे। भाविका पिंगले वन मीटर स्प्रिंग बोर्ड, इसप्रीत कौर थ्री मीटर स्प्रिंग बोर्ड व सैयद अब्बास अली हाई बोर्ड में खेलेंगे। लक्षिता तोमर व काजल कानगुड़े भी हाई बोर्ड में खेलेंगी। इनसे मप्र को बड़ी उम्मीद है।
...तो तितिक्षा भी जीतती स्वर्ण
यदि महीनेभर पहले नेहरू पार्क का स्विमिंग पूल बंद नहीं होता, तो तितिक्षा भी स्वर्ण पदक जीतती। हमें सुविधा से महफूज किया गया था। उसके बाद भी मिली सफलता हमारी साधना का फल है।
- रमेश व्यास, कोच मप्र टीम
गुरुवार को भी मप्र को पदक मिलने की पूरी उम्मीद है। हमारे खिलाड़ी सालभर कड़ी मेहनत करते हैं। उन्होंने पिछले तीन दिन बेंगलुरु में अभ्यास किया। उसके दम पर भी वे प्रतिद्वंदियों को मात दे सकते हैं।
- मनीष व्यास, सहायक कोच