राहुल सेठी इंदौर। जिला प्रशासन के संरक्षण में नरसीमुंजी विवि के संचालकों के हौसले दिनोदिन बुलंद होते जा रहे हैं। अब उन्होंने यशवंत सागर से शहर को पानी सप्लाय करने वाली पाइपलाइन पर मुरम डालकर अवैध रास्ता बना लिया। यहां से दिनभर ट्रकों और डंपरों की आवाजाही होती है, जिससे पाइपलाइन फूटने की आशंका है। यदि किसी दिन पाइपलाइन फूटी तो पश्चिमी शहर की जलप्रदाय व्यवस्था प्रभावित होना तय है। इस संबंध में क्षेत्र के किसानों द्वारा नगर निगम कंट्रोल रूम को शिकायत करने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सुपर कॉरिडोर पर बड़ा बांगड़दा के पास पितृ पर्वत स्थित फिल्टर प्लांट से यशवंत सागर की उक्त पाइपलाइन शहर की ओर आ रही है। इस पर नरसीमुंजी विवि के कर्ताधर्ताओं ने सुपर कॉरिडोर मुख्य मार्ग तक लगभग आधा किलोमीटर हिस्से में मुरम डालकर आने-जाने के लिए रास्ता बना लिया, जहां से विवि के निर्माण में लगे 20-20 टन वजनी ट्रक व डंपर गुजरते हैं। इसके चलते टेकरी के ऊपर की ओर पाइपलाइन बाहर निकल आई। वहीं कुछ जगह पक्की सड़क बनाने की तैयारी की जा रही है।
कॉलोनाइजरों को भी मिला फायदा
नरसीमुंजी विवि द्वारा बनाए गए इस अवैध मार्ग का फायदा आसपास के कॉलोनाइजर भी उठा रहे हैं। इस मार्ग से इन कॉलोनियों तक पहुंचने में करीब चार किलोमीटर का फासला कम तय करना पड़ता है। यही कारण है कि उनके वाहन भी इस अवैध मार्ग से ही गुजरने लगे हैं।
मेरी जानकारी में नहीं
यह मामला फिलहाल मेरी जानकारी में नहीं है। यशवंत सागर की पाइपलाइन पर कब्जा करना गलत है। यदि ऐसा है तो वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई करेंगे।
-कैलाश चौधरी, पटवारी, जिला प्रशासन