इंदौर। पीएफ में जमा होने वाला रुपया जनता का है। इसे बाजार में लगाने से पहले काफी सोच-विचार किया जा रहा है। अभी केवल पांच प्रतिशत रुपया लगाया है। फाइनेंस मिनिस्ट्री 15 प्रतिशत की बात कह रही है, लेकिन अभी हम नए खिलाड़ी हैं, ऐसे में एकदम ऐसा नहीं करेंगे। पहले हम परिणाम देखना चाहते हैं।
यह जानकारी श्रम और रोजगार मंत्रालय के सेक्रेटरी शंकर अग्रवाल ने प्रोविडेंट फंड डिपार्टमेंट में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस संबंध में ठोस नीति बनाई जाएगी। श्री अग्रवाल के अनुसार यूएएन नंबर अलॉट करने के बाद अब इनके एक्टिवेशन पर ध्यान दिया जाएगा। देशभर में साढ़े चार करोड़ यूएएन अलॉट हैं, इसमें से 1.88 करोड़ एक्टिवेट हो चुके हैं। 31 मार्च 2016 तक अधिकांश को एक्टिवेट कर दिया जाएगा।
फॉरेन कंट्रीज के साथ होगा टीपीओ
श्री अग्रवाल ने बताया कि विदेश में नौकरी करने वाले भारतीयों का यहां पीएफ काटने के संबंध में जल्द ही फॉरेन कंट्रीज के साथ टीपीओ करने की योजना है। जैसे-जैसे अनुबंध होता जाएगा, भारतीयों का रूपया यहां पर और यहां पर काम करने वाले विदेशियों का रूपया उनके देश भेजने की सुविधा हो जाएगी।
एक क्लिक पर एनओसी
उन्होंने देश में छोटे उद्योगों के लिए अलग और नई नीति
बनाने पर जोर दिया। उनके अनुसार छोटी फैक्टरियां लगाने में कई कानूनी अड़चनें हैं, जिन्हें विभाग दूर करेगा। ऐसी व्यवस्था होगी कि केवल एक क्लिक पर इन उद्योगों को एनओसी मिल पाए। इससे उद्योगों को नई गति मिलने की उम्मीद है।
श्रम कानूनों का होगा सरलीकरण
उन्होंने कहा कि देश में करीब 44 श्रम कानून हैं। विभाग इनके सरलीकरण की दिशा में काम कर रहा है। इसके साथ ही मजदूरी सहित अन्य परिभाषाओं को भी एक करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने 10 कर्मचारियों वाले संस्थानों को भी जल्दी ही पीएफ के दायरे में लाने की बात कही। वर्तमान में 20 कर्मचारियों पर यह योजना लागू होती है।
इंदौर की योजनाओं की तारीफ
पीएफ सदस्य की मृत्यु पर इंदौर आॅफिस द्वारा घर जाकर उसे पीएफ, पेंशन और इंशुरेंस का लाभ देने वाली योजना की उन्होंने तारीफ करते हुए इसे देशभर में लागू करने की बात कही। उनके अनुसार कोई भी कही अच्छा कदम उठाता है तो उसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त इंदौर में हो रहे काम को उन्होंने सराहा। इस समय पीएफ कमिश्नर अजय मेहरा, गजाला अली खान व पीसी गुप्ता भी मौजूद थे।