नई दिल्ली। कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह को राजस्थान के सबसे चर्चित बदमाशों में से एक कहा जाए तो शायद गलत नहीं होगा। आनंदपाल सिंह की पहचान राजस्थान के अन्य बदमाशों से बिल्कुल अलग थी। यूं तो चम्बल के बीहड़ों से कई देशी डाकू देशभर में चर्चित हुए लेकिन आनंदपाल अपने स्टाइलिश अंदाज और पुलिस पर हावी रहने के कारण हमेशा चर्चाओं में रहा। आज भले ही उसे पुलिस ने मार गिराया हो लेकिन काफी लम्बे वक्त तक पूरे पुलिस फॉर्स को उसने जमकर थकाया। इस बात से इनकार भी नहीं की जा सकता कि आनंदपाल पर कई नेताओं और प्रभावशाली लोगों का हाथ था। तभी तो वो राजस्थान के अपराध जगत का बेताज बादशाह बन गया। मुठभेड़ के दौरान आनंदपाल और उसके दो साथियों ने AK 47 समेत अन्य हथियारों से पुलिस पर करीब 100 राउंड फायर किए। आनंदपाल को 6 गोलियां लगीं इस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
पुलिस सूत्रों की मानें तो उन्हें आनंदपाल के साथियों ने ही बताया था कि वह सालासर में छुपा हुआ है। एसओजी ने आनंदपाल के दो भाइयों देवेंद्र उर्फ गुट्टू और विक्की को हरियाणा के सिरसा से गिरफ्तार किया था। पिछले डेढ़ महीने से एसओजी के आईजी दिनेश एम.एन की अगुवाई में एडिशनल एसपी संजीव भटनागर हरियाणा में डेरा डाले हुए थे। कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार देवेंद्र और विक्की एसओजी के हत्थे चढ़ गए। आनंदपाल इतना शातिर बदमाश था कि वह पिछले एक साल में 7 बार पुलिस को चकमा दे चुका था। आनंदपाल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को बेहद पसंद करता था। वह दाऊद से जुड़ी हर खबर को पढ़ता था उसे फॉलो करता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार आनंदपाल जब जेल में बंद था उस वक्त वह दाऊद पर लिखी किताबें पढ़ा करता था।