नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने शुक्रवार को चार नये न्यायाधीशों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की कुल संख्या 31 हो गयी, जो निर्धारित संख्या के बराबर है। न्यायमूर्ति गोगोई ने शीर्ष अदालत के अन्य न्यायाधीशों की उपस्थिति में न्यायमूर्ति बी आर गवईं, न्यायमूर्ति सूर्यकांत, न्यायमूर्ति अनुरुद्ध बोस और न्यायमूर्ति ए. एस. बोपन्ना शामिल हैं। इनके शपथ के साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की कुल संख्या लंबे समय के बाद निर्धारित आंकड़े के बराबर हो गयी।
ऐसा एक बार फिर करीब नौ साल बाद हुआ था। राष्ट्रपति राम नाथ कोविद ने गत बुधवार को चारों न्यायाधीशों की पदोन्नति की सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश को मंजूरी दी थी। इससे पहले केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति बोस और न्यायमूर्ति बोपन्ना की पदोन्नति को लेकर कॉलेजियम की सिफारिश को वापस भेज दिया था, लेकिन कॉलेजियम ने इनके नाम दोबारा भेजे थे, जिसके बाद केंद्र को उनकी फाइल राष्ट्रपति के पास भेजनी पड़ी थी। सरकार ने वरिष्ठता का हवाला देकर न्यायमूर्ति बोस और न्यायमूर्ति बोपन्ना की सिफारिश पर कॉलेजियम को फिर से विचार करने को कहा था।