नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट में यो-यो टेस्ट को लेकर बहस छिड़ी हुई है। टीम मैनेजमेंट ने टीम में जगह बनाने के लिए कम से कम 16 स्कोर के साथ यो-यो टेस्ट पास करने की शर्त रखी है, वहीं कुछ पूर्व क्रिकेटर इसके खिलाफ हैं। इंग्लैंड दौरे पर रवाना होने से पहले टीम इंडिया के सभी क्रिकेटरों को यो-यो टेस्ट से गुजरना पड़ा था। इसी के चक्कर में मोहम्मद शमी, अंबाती रायडू और संजू सैमसन को टीम में अपनी जगह भी गंवानी पड़ी थी।
शमी और रायडू भारतीय टीम में शामिल थे, जबकि संजू को भारत-ए के लिए खेलना था। संजू सैमसन का स्कोर 15.6 था और वो महज .4 से यो-यो टेस्ट क्लीयर करने से चूक गए थे। संजू ने हार नहीं मानी और चार हफ्ते कड़ी मेहनत की। इस कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि महज चार हफ्तों में उनका यो-यो टेस्ट 15.6 से 17.3 हो चुका है।
सैमसन ने खुद सोशल मीडिया पर ये स्कोर शेयर किए हैं और साथ ही अपने शुभचिंतकों और फैन्स को शुक्रिया भी कहा है। आपको बता दें कि रायडू भारत की वनडे टीम का हिस्सा थे, लेकिन यो-यो टेस्ट में फेल होने की वजह से उनकी जगह सुरेश रैना को टीम में शामिल किया गया।