नई दिल्ली। तीन नेशनल सेलेक्टरों की सैलरी बढ़ाने के साथ अंपायरों, स्कोरर और वीडियो विश्लेषकों की फीस दोगुनी करने का फैसला किया। बीसीसीआई की सबा करीम की अध्यक्षता वाली क्रिकेट आॅपरेशन विंग ने यह फैसला किया। सीओए को भी लगता है कि चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद एंड कंपनी को उनकी सेवाओं का फायदा मिलना चाहिए। दिलचस्प बात है कि बीसीसीआई के ट्रेजरर अनिरूद्ध चौधरी वेतन बढ़ाने के फैसले से अवगत नहीं थे। अभी चेयरमैन को सालाना 80 लाख रुपए जबकि अन्य सेलेक्टरों को 60 लाख रुपए मिले रहे हैं। सैलरी बढ़ाने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि बाहर किए गए सेलेक्टर गगन खोड़ा और जतिन परांजपे भी इतना ही वेतन हासिल कर रहे हैं जितना देवांग गांधी और सरनदीप सिंह।