मुंबई। भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को भरोसा है कि कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल विदेशी सरजमीं पर भारत के प्रदर्शन में अहम भूमिका अदा करेंगे क्योंकि विश्व क्रिकेट को अभी इन युवा रिस्ट स्पिनरों से निपटने का तरीका ढूंढना है।
दोनों रिस्ट स्पिनर शानदार
तेंदुलकर ने यहां 'द हिंदु' के एक कार्यक्रम के दौरान कहा - जब बल्लेबाजी की बात आती है तो हम बल्ले से बने रनों की बात करते हैं लेकिन हम मैच भी जीत रहे हैं क्योंकि इन मध्य ओवरों के दौरान दोनों रिस्ट स्पिनर गेंदबाजी कर रहे हैं जो निश्चित रूप से शानदार है क्योंकि कुछ महीने पहले इतने रिस्ट स्पिनर देखने को नहीं मिलते थे। मुझे लगता है कि ये मिलकर अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। यह शानदार है क्योंकि अभी पूरी दुनिया को पता करना है कि उनकी गेंदों को कैसे खेलना है।
ज्यादा से ज्यादा मैच जीते भारत
तेंदुलकर को लगता है कि भारत को तब तक ज्यादा से ज्यादा मैच जीतने की कोशिश करनी चाहिए जब तक प्रतिद्वंद्वी टीमें उनकी इस कला से निपटने का तरीका नहीं इजाद कर लेतीं। उन्होंने कहा - मेरा मानना है कि कलाई के स्पिनर काफी अहम भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि वे पिच पर निर्भर नहीं होते। यह कला तो ऐसी है जो आप हवा में करते हो तथा आपके पास लेग स्पिन और गुगली गेंद फेंकने की वैराइटी होती है। निश्चित रूप से हमारे दिनों में आफ स्पिनरों द्वारा ‘दूसरा’ फेंकना आम होता था।
इन दोनों से कैसे निपटा जाए
तेंदुलकर ने कहा - जब बल्लेबाज टी-20 जैसे छोटे फॉर्मेट में रिस्ट स्पिनरों के खिलाफ खेलते हैं तो प्वाइंट पर रिवर्स स्वीप या थर्ड मैन पर शॉर्ट और विकेटकीपर के सिर के ऊपर से स्कूप शॉट खेल सकते हैं लेकिन 50 ओवर के मैच में आप इस तरह की चीजें नहीं कर सकते। आपको समझना होगा कि इन दोनों गेंदबाजों से कैसे निपटा जाए।