दुबई। क्रिकेट की दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी ऑस्ट्रेलिया के स्टीवन स्मिथ की है। स्मिथ को 1.47 मिलियन डॉलर हर साल मिलते हैं। दूसरे नंबर पर इंग्लैंड के जो रूट हैं, जिनकी सैलरी 1.38 मिलियन डॉलर सालाना है। तीसरे नंबर पर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का नंबर आता है। विराट कोहली की सैलरी 1 मिलियन डॉलर सालाना है। साउथ अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस चौथे नंबर पर हैं।
उनकी सालाना सैलरी 0.59 मिलियन डॉलर्स है, पांचवें नंबर पर श्रीलंका के एंजलो मैथ्यूज 0.32 मिलियन डॉलर के साथ, छठवें नंबर पर पाकिस्तान के सरफराज खान 0.30 मिलियन डॉलर्स के साथ, सातवें नंबर पर वेस्टइंडीज के जेसन होल्डर 0.27 मिलियन डॉलर्स के साथ, आठवें नंबर पर केन विलियमसन 0.25 मिलियन डॉलर्स के साथ, नौंवें नंबर पर शाकिब अल हसन 0.14 मिलियन डॉलर्स के साथ और 10वें नंबर पर जिम्बाब्वे के ग्रीम क्रेमर हैं, जिनकी सालाना वेतन 0.09 मिलियन डॉलर्स है।
कॉमर्शियल कमाई का हिस्सा...
इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाड़ी अपने बोर्ड की कॉमर्शियल कमाई का एक हिस्सा अपने कॉन्ट्रेक्ट की गारंटी के आधार पर पाते हैं। कुछ क्रिकेट बोर्ड जैसे क्रिकेट साउथ अफ्रीका और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया यह भुगतान अपने स्टाफ को भी देती है। बीसीसीआई हर साल अपनी कुल आमदनी का 26 प्रतिशत अपने खिलाड़ियों को देती है। इसमें से आधा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को बांट दिया जाता है। किस खिलाड़ी को कितना मिलेगा इस चीज की गणना खिलाड़ी के द्वारा खेले गए मैचों के आधार पर की जाती है। वहीं इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों को कॉन्ट्रेक्ट ग्रेड के मुताबिक इन पैसों को बांटता है। जैसे $180,000 (ए ग्रेड), $80,000 (बी ग्रेड), $30,000 (सी ग्रेड)।
- गौर करने वाली बात है कि जहां इंग्लैंड के सबसे कम पैसे पाने वाले खिलाड़ी को $265,000 को दिए जाते हैं तो बांग्लादेश के सबसे कम पैसे पाने वाले खिलाड़ी को $15,000 ही मिलते हैं जो इंग्लैंड के खिलाड़ी की कमाई से 20 गुना कम है।
- वैसे सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट फिगर से भ्रम में मत पड़िए, क्योंकि इसका गणित कुछ अलग ही है। अगर आप सिर्फ कॉन्ट्रेक्ट रिटेनर्स को देखते हैं (मैच फीस भुगतान) को नहीं, तो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड अपने क्रिकेटरों को भारत के मुकाबले चार से पांच गुना ज्यादा देते हैं। यहां तक कि क्रिकेट साउथ अफ्रीका भी अपने खिलाड़ियों को ज्यादा देती है। वैसे कोहली भारतीय टीम में सबसे ज्यादा इसलिए कमाई करते हैं, क्योंकि वह सबसे ज्यादा मैच खेलते हैं। इस तरह से बीसीसीआई से कमाई उनी कुल 1 मिलियन डॉलर्स सालान बन जाती है। इस तरह से वह दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले क्रिकेटरों में तीसरे नंबर पर पहुंच जाते हैं।
...तो रूट की सैलरी स्मिथ से ज्यादा...
वैसे अगर आप पूरे $180,000 को जोड़ दें तो जो रूट की सैलरी स्टीवन स्मिथ से ज्यादा हो जाती है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने अपनी कॉमर्शियल कमाई का एक पैसा अपने खिलाड़ियों को नहीं देते। वैसे पाकिस्तानी खिलाड़ियों को कुछ राशि जरूर मिलती है। करीब 3 हजार डॉलर प्रति गेम, लेकिन क्या आप जानते हैं कि विभिन्न देशों के खिलाड़ियों की कमाई में इतना अंतर क्यों है? इसका कारण है अलग-अलग देशों का क्रिकेट की कमाई पर ज्यादा कब्जा होना। इस तरह से क्रिकेट खेलने वाले देश चार हिस्सों में बंटे हैं। इनमें पहले हैं बिग थ्री, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत का नाम आता है। फिर बात होती है अपर-मिडिल क्लास वालों की, जिसमें साउथ अफ्रीका है। मिडिल क्लास में श्रीलंका, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज है। इसके बाद नाम आता है, वर्किंग क्लास का जिसमें बांग्लादेश और जिम्बाब्वे शामिल है।