पल्लेकेल। श्रीलंका से मिले आसान लक्ष्य का पीछा करने में भले ही भारतीय टीम के पसीने छुट गए हों लेकिन कप्तान विराट कोहली ने तीन विकेट से मिली रोमांचक जीत के बाद बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करने के अपने निर्णय का बचाव किया है।
विराट ने मैच में टॉस जीतने के बाद पहले श्रीलंका को बल्लेबाजी का मौका दिया जिसने आठ विकेट पर 236 रन बनाए। लेकिन भारत को मेजबान टीम के गेंदबाजों के सामने इस आसान लक्ष्य का पीछा करने में काफी संघर्ष करना पड़ा और आखिरी समय में महेंद्र सिंह धोनी और भुवनेश्वर कुमार ने आठवें विकेट के लिए 100 रन की अविजित साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिलाई। मैच में धोनी ने नाबाद 45 और भुवनेश्वर ने नाबाद 53 रन बनाए।
मैच के बाद काफी खुश दिखाई दे रहे विराट ने भुवनेश्वर को उनकी महत्वपूर्ण अर्धशतकीय पारी के लिए गले लगाया और बल्लेबाजी क्रम में पांचवें नंबर पर उतरने के अपने निर्णय का बचाव भी किया। उन्होंने कहा - मुझे खुद को क्रम में नीचे खिसकाने का कोई पछतावा नहीं है। यह बड़ा लक्ष्य नहीं था और मुझे लगा कि बाकी बल्लेबाजों को भी मौका मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा - एक समय हमारा स्कोर 109 रन पर एक विकेट था लेकिन बाद में हमने 131 पर आते आते सात विकेट गंवा दिए। यदि मैं तीसरे नंबर पर भी आता तो शायद आउट हो जाता क्योंकि अकीला धनंजय बहुत ही अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। लेकिन 237 रन के लक्ष्य के लिए दो 100-100 रन की साझेदारियां थोड़ा अजीब है।
विराट ने कहा - हमें लगा था कि वह अच्छे लेग ब्रेक वाले बढ़िया आॅफ स्पिनर हैं लेकिन उन्होंने गुगली पर चार विकेट निकाल लिए। हमें उन्हें इस तरह की गेंदबाजी के लिए श्रेय देना होगा। हम अगले मैच में काफी सतर्क होकर उतरेंगे और सही दिशा में बल्लेबाजी करेंगे। इस जीत के बाद भारत ने पांच वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है।