जयपुर। पूर्व IPL प्रमुख ललित मोदी ने राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है ललित मोदी पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप था जिसके चलते वह क्रिकेट गतिविधियों से निष्कासित चल रहे थे।
अपने ट्विटर अकाउंट पर मोदी ने 3 पेज का लेटर पोस्ट किया है, जिसमें इन्होंने लिखा है, "मैं राजस्थान क्रिकेट की भलाई के लिए अपने हिस्से का काम कर चुका हूं और अब BCCI की बारी है, वह अपना वादा पूरा करे। RCA को फंड जारी करें।
पूर्व IPL प्रमुख ने राजस्थान क्रिकेट संघ को तीन पेज का इस्तीफा सौंपा और कहा,"मुझे लगता है कि यह समय अगली पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपने का है इसलिए मैं अब क्रिकेट प्रशासन को अलविदा कहने की घोषणा कर रहा हूं।"
50 वर्षीय ललित मोदी खुद पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद देश से बाहर चले गए थे। ललित मोदी के नागौर क्रिकेट संघ से जुड़े रहने के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने राजस्थान क्रिकेट संघ पर प्रतिबंध लगा दिया था।
ललित मोदी के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद अब राज्य संघ के लिए उम्मीद जगी है कि BCCI उस पर से प्रतिबंध हटा देगा और उन्हें फिर से खेल के विकास के लिए फंड मिलने लगेगा।
ललित ने BCCI सीईओ राहुल जौहरी को लिखे अपने पत्र में कहा,"क्रिकेट जगत से जुड़े हर व्यक्ति को मैं धन्यवाद देता हूं। भारतीय क्रिकेट के साथ मेरा सफर काफी लंबा रहा और इस दौरान मैंने इस खेल की बेहतरी के लिए प्रतिबद्धता से काम किया है। राज्य क्रिकेट संघ से भी मेरा जुड़ाव लंबी अवधि तक रहा और इस दौरान मैंने हर एक क्षण का लुत्फ उठाया।
मोदी ने अपने पत्र में कहा," आज भारत विश्व क्रिकेट की एक मजबूत शक्ति है। भारतीय बोर्ड पूरी तरह से आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने के अलावा मदद करने में भी सक्षम है। BCCI की अर्थव्यवस्था को IPL से काफी मजबूती मिली है।
IPL इस कदर धूम मचा चुका है कि वह इस समय विश्व में अपनी अलग पहचान बना चुका है और उसी का अनुकरण करते हुए अन्य देशों ने भी ट्वंटी-20 लीग का आयोजन किया है।"
ललित ने पत्र में कहा," जब मैं बीसीसीआई से जुड़ा था तब बोर्ड का राजस्व 260 करोड़ रुपये के करीब था लेकिन जब मैंने 2010 में बोर्ड को अलविदा कहा तब यह 47600 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका था।"
उल्लेखनीय है कि पिछले तीन वर्षों में राजस्थान को एक भी आईपीएल अथवा अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी नहीं मिली है।