मुंबई। भारतीय टीम के ऑल राउंडर बल्लेबाज हार्दिक पांड्या इन दिनों लगातार सफलता की और बढ़ रहे है। इस युवा खिलाड़ी ने वॉट द डक शो पर बात करते हुए अपनी जिंदगी के शुरूआती संघर्ष के दिनों को साझा किया। क्रिकेट के लिए हार्दिक का इतना जुनून था कि वे दूसरे से किट उधार लेकर खेलने के लिए जाते थे और पूरे दिन में केवल दो समय ही मैगी खाकर अपना पेट भरते थे।
हार्दिक ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण कई बार मुझे मैगी खाकर रहना पड़ता था। द डक शो पर अपनी जिंदगी के अंडर-19 के दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं मैगी का बहुत बड़ा फैन था और कुछ परिस्थितियां भी ऐसी थी कि मुझे केवल मैगी ही खानी पड़ती थी। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अपनी डायट को मैनेज करना मेरे लिए काफी मुश्किल था।'
संघर्ष के दिन बड़ौदा के इस युवा खिलाड़ी के करियर के लिए काफी उपयोगी रहे। हार्दिक कहते हैं कि अब सब बदल गया है। उन्होंने कहा, 'मैं जो चाहूं खा सकता हूं और बहुत कुछ अपने मन का कर सकता हूं। मैं मानता हूं कि वह दौर बहुत खूबसूरत था। मैं बहुत भाग्यशाली हूं क्योंकि उस मुश्किल के समय ने आज मुझे इस मुकाम पर पहुंचाया है। यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि बिना किसी सेविंग के हम दोनों भाई ने एक गाड़ी खरीदी थी।'