नई दिल्ली। क्रिकेट इतिहास में अबतक दो ही बार ऐसा हुआ है। सबसे पहले आज ही के दिन (31 जुलाई) 1956 में इंग्लैंड के जिम लेकर ने यह कारनामा किया था। इतना ही नहीं इस ऑफ स्पिनर ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए एक टेस्ट में 19 विकेट लेने का बेशकीमती कीर्तिमान अपने नाम किया।
जिम लेकर ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के चौथे टेस्ट में यह इतिहास रचा था। उस टेस्ट की पहली पारी में वह पहले ही 37 रन देकर 9 विकेट चटका चुके थे। तब जिम लेकर पूरे 10 विकेट लेने से चूक गए थे, क्योंकि एक विकेट टॉनी लॉक ने ले लिया था। 31 जुलाई को टेस्ट के आखिरी दिन फॉलोआन खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 84/2 के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया था।
जिम लेकर का विकेट लेने का सिलसिला जारी था। उनको रोकना कंगारुओं के वश की बात नहीं थी, और यही हुआ। लेन मेडॉक्स का आखिरी विकेट एलबीडब्ल्यू हुआ और इसके साथ ही 53 रन देकर पारी के सभी 10 विकेट जिम लेकर के खाते में गए। यानी उस टेस्ट मैच में कुल 20 से 19 विकेट उन्होंने अकेले ही समेट दिए।
लेकर के बाद भारत के लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने पारी में दस विकेट लेने के रिकॉर्ड को दोहराया। जब उन्होंने 1999 के दिल्ली टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ 74 रन देकर 10 विकेट चटकाए थे। जिम लेकर का 1986 में निधन हुआ। 46 टेस्ट में 21.24 की औसत से वह कुल 193 विकेट लेने में कामयाब रहे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें, तो लेकर ने 450 मैचों में 18.41 के एवरेज से 1944 विकेट झटके।