मुंबई। बीसीसीआई ने गुरुवार को यहां इंग्लैंड में हाल ही में संपन्न हुए आईसीसी महिला विश्व कप में उप विजेता रही भारतीय टीम की खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपए और सहयोगी स्टाफ को 25-25 लाख रुपए देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मिताली ने भविष्य की अपनी योजनाओं का भी खुलासा किया।
पिछले 18 साल से भी अधिक समय से भारतीय महिला क्रिकेट की रीढ़ बनी मिताली राज से जब पूछा गया कि क्या वह अगले विश्व कप में भी खेलना चाहती हैं, उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी होने के नाते हर कोई चाहता है वह खेले। जब तक मेरी फार्म और फिटनेस रहती है मैं तब तक खेलना चाहूंगी। अभी अगले विश्व कप में चार साल का समय है और इस बीच क्या होगा कोई नहीं जानता। हमारा ध्यान अब फिलहाल अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप पर है।
टेस्ट में होती है असली परीक्षा
मिताली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1999 में पदार्पण किया था। बीसीसीआई से जुड़ने के बाद पिछले 11 वर्षों में उन्होंने केवल दो टेस्ट मैच खेले हैं। इस बारे में पूछने पर भारतीय कप्तान ने कहा कि किसी क्रिकेटर के कौशल की असली परीक्षा टेस्ट मैचों में होती है। एकाग्रता, संयम और कौशल के लिहाज से टेस्ट खेलना जरूरी है। महिला टेस्ट भी जरूरी है, लेकिन अभी टी-20 का जमाना है तथा टी-20 और वनडे से खेल को आगे बढ़ाने में मदद मिल रही है।
मिताली ने कहा कि विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन का कारण इसके लिए बेहतर तैयारियां रहीं। उन्होंने कहा कि विश्व कप में जाने से पहले किसी ने नहीं सोचा था कि हम फाइनल में पहुंचेंगे। यह विश्वकप वास्तव में कड़ा था, लेकिन हमारी तैयारियां अच्छी थीं। हमने इससे पहले कुछ महत्वपूर्ण श्रृंखलाएं खेली और इसके लिए मैं बीसीसीआई का आभार व्यक्त करना चाहती हूं।