नई दिल्ली। चार साल पहले ‘क्रिकेट के भगवान’ सचिन तेंदुलकर ने खेल को अलविदा कह दिया था, लेकिन वह अभी भी अपनी जिंदगी में सिर्फ क्रिकेट की बात करते हैं और संन्यास के बाद की जिंदगी को दूसरी पारी कहते हैं।
चाहे वो अपने आप को चैरिटी के कार्यक्रमों से जोड़े रखना हो या अपने दिल के करीब की चीजों का समर्थन करना.. सचिन इस समाज को बहुत कुछ वापस देना चाहते हैं।
सचिन ने एजेंसी से खास बातचीत में अपनी भावनात्मक छवि को उजागर करते हुए कहा, “मेरी पहली पारी मैदान के बीच में थी, लगातार अपने विपक्षियों द्वारा रखे गए लक्ष्यों का पीछा करना, लेकिन मेरी दूसरी पारी में मेरी कोशिश वो सब करने की होती है जिससे मुझे सुकून मिले।”
सचिन का मानना है कि उनके पास अब समय है। वह बैठकर सोच सकते हैं कि जिंदगी ने उनके साथ क्या किया और उन्होंने किस तरह जिंदगी जी. अपने इसी सफर को वह विश्व भर में फैले अपने प्रशंसकों के साथ साझा करना चाहते हैं. इसके लिए सचिन ने फिल्म ‘सचिन-ए बिलियन ड्रीम्स’ को जरिया चुना है, जो उनके जीवन पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री ड्रामा है। इस फिल्म में सचिन के पेशे और उनके व्यक्तिगत जीवन की वीडियो फुटेज का भी इस्तेमाल किया गया है।
उनकी फिल्म 26 मई को रिलीज हो रही है। मैं इसके बाद शीशे के सामने जा कर खड़ा होकर कहता है कि हां अब मैं तैयार हूं। फिल्म के लिए मैं कह सकता हूं कि मैंने अपना 100 प्रतिशत दिया है। क्रिकेट की भाषा में हमने अपनी पहली पारी खेल ली और अब आप लोगों को उसे देखकर दूसरी पारी खेलनी है।”