बेंगलुरू। पुणे में खेले गए पहले टेस्ट में 333 रनों की शर्मनाक हार का बदला लेते हुए टीम इंडिया ने दूसरा टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया को 75 रनों से हाराकर सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। मैच के चौथे दिन भारतीय गेंदबाजों ने गजब का खेल दिखाया और न सिर्फ 188 रनों के छोटे लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव किया बल्कि कंगारूओं को अपनी गेंदों पर बखूबी नचाते हुए 112 रनों पर ही समेट दिया।
भारत की ओर से दूसरी पारी में अश्विन ने 6 विकेट, उमेश यादव ने 2 तो ईशांत शर्मा और जडेजा ने 1-1 विकेट लिए। भारत की दूसरी पारी में पुजारा (92), रहाणे (52) और लोकेश (51) ने फिफ्टी लगाई। मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने वाले लोकेश राहुल को मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार दिया गया। अब सीरीज का तीसरा मैच 16 मार्च से रांची में खेला जाएगा।
पहली पारी में 87 रनों से पिछड़ने के बाद जोस हेजलवुड की घातक गेंदबाजी (67/6) के सामने भारत की दूसरी पारी 274 पर सिमट गई थी। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया को 188 रनों का लक्ष्य मिला। छोटे से लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही और फॉर्म में चल रहे रेनशॉ 5 रन बनाकर ईशांत की गेंद पर विकेटकीपर साहा को कैच थमा बैठे। ऐसे में मेहमान टीम को डेविड वॉर्नर (17) से बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वे अश्विन के शिकार बने और एलबीडब्ल्यू होकर पैवेलियन लौटे। ऑस्ट्रेलिया ने इस निर्णय पर रेफरल लिया, लेकिन काम नहीं आया। अश्विन ने वॉर्नर को रिकॉर्ड नौवीं बार आउट किया।
भारत ने चौथे दिन सुबह 213/4 से आगे खेलना शुरू किया। पुजारा जब 83 रनों पर थे तब नाथन लियोन की गेंद पर अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू करार दिया था, लेकिन पुजारा ने रिव्यू लिया और वे उसमें बच गए। रहाणे ने स्टार्क की गेंद पर चौका लगाते हुए फिफ्टी पूरी की। रहाणे 52 रनों पर थे तब मिचेल स्टार्क की गेंद पर ऑस्ट्रेलिया ने एलबीडब्ल्यू की अपील की।
अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने रेफरल मांगा जिस पर रहाणे को एलबीडब्ल्यू पाया गया। रहाणे ने पुजारा के साथ पांचवें विकेट के लिए 118 रनों की भागीदारी की। स्टार्क ने अगली ही गेंद पर करूण नायर (0) को बोल्ड कर भारत को मुश्किल में डाल दिया।
भारत तब और गहरे संकट में पड़ गया जब जोस हेजलवुड ने अगले ओवर में पुजारा को गली में कैच कराया। पुजारा ने 221 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 92 रन बनाए। हेजलवुड ने इसी ओवर में रविचंद्रन अश्विन (4) को बोल्ड किया। मेजबान टीम एक समय 238 रनों पर 4 विकेट खोकर सुखद स्थिति में थी, लेकिन देखते ही देखते 9 रनों के अंदर उसने 4 विकेट गंवा दिए और मुश्किल में आ गई। हेजलवुड ने इसके बाद उमेश यादव के रूप में अपना छठां शिकार किया।
इसके बाद रिद्धिमान साहा के साथ मिलकर ईशांत शर्मा ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन स्टीव ओकेफी ने ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने ईशांत (6) को शॉन मार्श के हाथों झिलवाया। साहा 20 रनों पर नाबाद रहे। स्ट्रेलिया की तरफ से हेजलवुड ने 67 रनों पर 6 विकेट लिए। ओकेफी ने 36 रनों पर 2 और स्टार्क ने 74 रनों पर 2 विकेट लिए।