सिडनी। एक तरफ जहां क्रिकेट कस सबसे छोटा प्रारूप ट्वंटी-20 क्रिकेट बहुत कम समय में खासा लोकप्रिय हो गया है वहीं पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कोच मिकी आर्थर ने कहा है कि यदि वनडे प्रारूप की लोकप्रियता को बचाना है तो ट्वंटी-20 मैचों का आयोजन कम करना होगा।
पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कोच ने कहा कि ट्वंटी-20 प्रारूप के प्रचलन में आने के बाद वनडे मैचों की लोकप्रियता में खासी गिरावट आई है। यह टेस्ट तथा वनडे दोनों प्रारूपों के लिए गंभीर खतरा है।
उन्होंने कहा, कई देशों में इस छोटे प्रारूप की लीग भी आयोजित होने लगी है जो व्यवसायिकता के लिहाज से भी काफी फायदेमंद साबित हो रही हैं। आयोजकों के अलावा खिलाड़ियों को भी ज्यादा कमाई होने लगी है।
48 वर्षीय आर्थर ने कहा, इस सब के बीच वनडे प्रारूप लोगों के जहन से धूमिल होने लगा है। ट्वंटी-20 क्रिकेट समय के लिहाज से भी दूसरे प्रारूपों पर बीस साबित हो रहा है। लोग इसकी ओर ज्यादा से ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। हमें यदि वनडे प्रारूप को बचाना है तो ट्वंटी-20 मैचों की संख्या कम करनी होगी।