भारत ने इंग्लैंड को दूसरी पारी में 236 रन पर आउट कर दिया और अब तीसरा क्रिकेट टेस्ट जीतने के लिए उसे 103 रन की जरूरत है। भारतीय टीम ने पहली पारी में 417 रन बनाए थे जबकि इंग्लैंड पहली पारी में 283 रन ही बना सका था। आज चौथे दिन के खेल में भारत को जीत के लिए इंतजार कराने वाले रूट 78 के स्कोर पर जडेजा का शिकार हुए। अजिंक्य रहाणे ने एक हाथ से उनका कैच लपका। रूट ने 179 गेंदों का सामना करके अपनी पारी में छह चौके लगाए।
हसीब हमीद ने उनके साथ सातवें विकेट के लिए 119 गेंद में 45 रन की साझेदारी की। इससे पहले कल तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड के चार विकेट 78 रन पर निकल गए थे। इससे पहले तीसरे दिन पहले दो सत्र के खेल का आकषर्ण जडेजा के 170 गेंद में 90 रन रहे जिसमें 10 चौके और एक छक्का शामिल था। उन्होंने अश्विन (72) के साथ 97 रन की साझेदारी की। इसके अलावा जयंत यादव (55) ने भी उम्दा पारी खेली जिसने 141 गेंदों का सामना करके पांच चौके जड़े। टेस्ट क्रिकेट में यह उसका भी पहला अर्धशतक है।
जडेजा का इससे पहले सर्वोच्च टेस्ट स्कोर 68 रन था जो उसने 2014 में लार्डस पर इंग्लैंड के ही खिलाफ बनाया था। जयंत ने भी अपनी उपयोगिता साबित करते हुए श्रृंखला में लगातार तीसरी बार भारत को 400 रन के पार पहुंचाया। भारत के खिलाफ किसी मेहमान टीम ने पहली पारी में 65 रन से अधिक से पिछड़ने के बाद जीत दर्ज नहीं की है।
पिछली बार 52 साल पहले 1964 में बाब सिम्पसन की अगुवाई वाली आॅस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 65 रन से पिछड़ने के बाद भारत को हराया था। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार सातवें नंबर या नीचे उतरने वाले तीन खिलाड़ियों अश्विन, जडेजा और जयंत ने एक ही पारी में अर्धशतक जमाए।
जडेजा ने लंच के बाद क्रिस वोक्स को एक ओवर में चार चौके जड़े। वोक्स को अगले ओवर में गेंदबाजी से हटा दिया गया और आदिल रशीद को गेंद सौंपी गई। जडेजा ने उसे छक्का मारने की कोशिश की लेकिन लांग आन सीमा पर वोक्स को कैच दे बैठे और पहले टेस्ट शतक से चूक गए। उमेश यादव ने जयंत के साथ 33 रन जोड़कर भारत को 400 रन के पार पहुंचाया।
इससे पहले अश्विन ने वोक्स को और जडेजा ने मोईन अली को चौके जड़कर भारत को आक्रामक शुरूआत दिलाई । इस साझेदारी को बेन स्टोक्स ने तोड़ा जब अश्विन ने आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद को छेड़कर जोस बटलर को कैच थमाया। इसके बाद हालांकि जडेजा को जयंत के रूप में अच्छा साझेदार मिला। पहली पारी में 134 रन से पिछड़ने के बाद इंग्लैंड की दूसरी पारी का आगाज अच्छा नहीं रहा । भारत को पहली सफलता 14वें ओवर में अश्विन ने दिलाई जब स्पिन के महारथी माने जाने वाले विरोधी कप्तान एलेस्टेयर कुक (12) उनकी गेंद पर बोल्ड हो गए।
उस समय इंग्लैंड का स्कोर 27 रन था। इंग्लैंड का दूसरा विकेट मोईन अली के रूप में गिरा जिन्हें भी अश्विन ने पवेलियन भेजा । अली ने हवा में शाट खेला और मिडआन पर जयंत यादव को कैच दे बैठे। इंग्लैंड के शीर्ष दो बल्लेबाज 39 के कुल स्कोर पर पवेलियन में थे। इसके बाद जो रूट और जानी बेयरस्टा ने तीसरे विकेट के लिये 31 रन जोड़े लेकिन जयंत ने इस साझेदारी को लंबा खिचने नहीं दिया।
इस विकेट का श्रेय हालांकि पार्थिव पटेल को जाता है जिसने विकेट के पीछे अद्भुत कैच लपका । बेयरस्टा ने गेंद की उछाल को भांपने में गलती की और बैकफुट पर खेलने के प्रयास में बल्ला लगा दिया।लंबे समय बाद टीम में वापसी करने वाले पार्थिव ने नीचे की ओर जाता कैच लपकने में कोई चूक नहीं की । इस समय स्कोर 70 रन था और इसमें आठ रन जुड़े थे कि अश्विन ने बेन स्टोक्स को अपना तीसरा शिकार बनाकर इंग्लैंड को एक और झटका दिया । अश्विन ने स्टोक्स के पगबाधा आउट होने की जोरदार अपील की जिसे मैदानी अंपायर ने खारिज कर दिया।भारतीय कप्तान विराट कोहली ने डीआरएस का इस्तेमाल किया और कामयाब रहे।