लॉडरहिल। भारतीय क्रिकेट टीम विराट कोहली की अगुवाई में शनिवार से वेस्टइंडीज दौरे का आगाज करने उतरेगी जहां वह अमेरिका के लॉडरहिल में तीन ट्वंटी-20 मैचों की सीरीज का पहला मैच खेलेगी और उसका लक्ष्य विश्वकप की निराशा को पीछे छोड़ सफल शुरूआत करना रहेगा। भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन ट्वंटी 20 मैचों की सीरीज के शुरूआती दो मैच अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित सेंट्रल ब्रोवर्ड रीजनल पार्क में खेलेगा।
जहां पहले उम्मीद थी कि इस दौरे से विराट को विश्राम दिया जा सकता है वहीं इसके उलट वह तीनों प्रारूपों में इस दौरे में भी कप्तान की अपनी भूमिका निभा रहे हैं। भारतीय टीम के लिये वेस्टइंडीज का तीन अगस्त से शुरू हो रहा पूर्णकालिक दौरा कई मायनों में अहम है।
गत माह संपन्न हुये आईसीसी विश्वकप के सेमीफाइनल में बुरी तरह हारी भारतीय टीम के लिये जहां इस निराशा को पीछे छोड़ पटरी पर लौटना जरूरी है वहीं अगले वर्ष होने वाले आईसीसी ट्वंटी-20 विश्वकप से पूर्व खुद को इस प्रारूप में साबित करना भी उसके लिये अहम होगा। इसके अलावा कप्तान विराट और सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के बीच आ रही विवाद की खबरों और ड्रैंसिंग रूम के माहौल को लेकर भी इस दौरे पर सभी की निगाहें रहेंगी।
विराट के अलावा कई और खिलाड़यिों के भी इस दौरे में विश्राम दिये जाने की उम्मीद थी लेकिन केवल ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को इस दौरे से बाहर रखा गया है जबकि भारतीय चयनकर्ताओं ने अपनी मजबूत टीम को कैरेबियाई दौरे पर भेजा है। हालांकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह केवल टेस्ट सीरीज से पूर्व ही टीम से जुड़ेंगे जो 22 अगस्त से शुरू होनी है।
भारत और विंडीज के बीच तीन ट्वंटी 20 और तीन वनडे के अलावा दो टेस्ट मैच खेले जाने हैं जो भारत की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की पहली सीरीज भी होगी। ऐसे में विराट की कोशिश रहेगी कि वह इसके लिए जरूरी अंक जुटा सकें। भारतीय टीम का आईसीसी विश्वकप में गेंद और बल्ले से अच्छा प्रदर्शन रहा था लेकिन मध्यक्रम ने इस बार भी उसे परेशान किया था।
बल्लेबाजों में भी शिखर धवन के विश्वकप से शुरूआत में ही बाहर हो जाने के बाद विराट और रोहित पर ही रन बनाने की मुख्य जिम्मेदारी रही थी जबकि निचले क्रम पर बल्लेबाज खास प्रभावित नहीं कर सके थे जिसमें महेंद्र सिंह धोनी के धीमे खेल पर काफी सवाल उठे लेकिन वह सेना के साथ ट्रेनिंग के चलते फिलहाल इस दौरे से बाहर हैं।
विंडीज सीरीज लेकिन श्रेयस और मनीष पांडे के लिये अहम रहने वाला है जिनके पास खुद को इस प्रारूप में साबित करने का मौका रहेगा। दोनों बल्लेबाज ही भारत के लिये काफी लंबे अर्से बाद वापसी कर रहे हैं। आगामी ट्वंटी 20 विश्वकप को ध्यान में रखकर कप्तान विराट अपने मध्यक्रम को मजबूत करना चाहेंगे। दोनों खिलाड़ियों को वेस्टइंडीज में चल रहे भारत ए के दौरे में प्रभावशाली प्रदर्शन की बदौलत सीनियर टीम में चुना गया है।