नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डीके जैन ने टीवी चैट शो के दौरान महिलाओं के प्रति विवादास्पद टिप्पणी के मामले में सुनवाई के लिए भारतीय खिलाड़ियों हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल को नोटिस भेजे हैं। 'कॉफी विद करन' शो पर आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए प्रशासकों की समिति ने पांड्या और राहुल को अस्थाई रूप से निलंबित किया था लेकिन बाद में लोकपाल द्वारा जांच लंबित रहने तक प्रतिबंत हटा दिया गया।
न्यायमूर्ति जैन ने सोमवार कहा, मैंने पिछले हफ्ते हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल को नोटिस जारी करके उन्हें सुनवाई के लिए पेश होने को कहा है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है बीसीसीआई मौजूदा आईपीएल के बीच सुनवाई के लिए पांड्या और राहुल की फ्रेंचाइजियों मुंबई इंडियन्स और किंग्स इलेवन पंजाब के साथ कैसे समन्वय बैठाकर इनके सुनवाई के लिए पेश होने का इंतजाम करेगा। पता चला है कि दोनों टीमों के बीच मुंबई में 11 अप्रैल को होने वाले आईपीएल मैच से पहले दोनों सुनवाई के लिए पेश हो सकते हैं।
बीसीसीआई अधिकारी ने कहा - दोनों आईपीएल में खेल रहे हैं और लगातार मैचों के साथ कार्यक्रम काफी व्यस्त है और काफी यात्रा करनी है। बीसीसीआई के तदर्थ नैतिक अधिकारी की भी भूमिका निभा रहे लोकपाल ने स्पष्ट किया कि इस मामले के तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए इन दोनों का सुनवाई के लिए पेश होना जरूरी होगी। न्यायमूर्ति जैन ने कहा, 'प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के अनुसार मुझे उनका पक्ष सुनना होगा। यह उन पर निर्भर करता है कि वे कब पेश होना चाहते हैं। समझा जा रहा है कि दोनों खिलाड़ियों को निजी रूप से पेश होना होगा और वे अपने कानूनी प्रतिनिधियों के जरिए पेश नहीं हो सकते।