नई दिल्ली। डिजिटल भुगतान करने वाली कंपनी पेटीएम ने आज अपने भुगतान बैंक की शुरआत कर दी। बैंक ने जमा पूंजी पर चार प्रतिशत की दर से ब्याज और कैशबैक की पेशकश की है। इसी प्रकार भुगतान बैंक के जरिये ऑफलाइन लेनदेन पर कोई फीस नहीं लेने और खाते में न्यूनतम बकाये की भी कोई शर्त नहीं रखी गई है।
कंपनी ने वर्ष 2020 तक 50 करोड़ ग्राहक अपने साथ जोड़ने का लक्ष्य रखा है। पेटीएम के भुगतान बैंक को चीन की अली बाबा और जापान के बड़े निवेश बैंक साफ्टबैंक का भी समर्थन प्राप्त है। यही वजह है कि कंपनी ने दो साल के दौरान अपने बैंकिंग नेटवर्क के विस्तार के लिये 400 करोड़ रुपए की शुरआती निवेश योजना बनाई है।
इंडिया पोस्ट, एयरटेल के बाद पेटीएम देश की तीसरी कंपनी है जिसने भुगतान बैंक की शुरआत की है।
पेटीएम भुगतान बैंक के चेयरमैन विजय शेखर शर्मा ने इस अवसर पर जारी एक वक्तव्य में कहा है, ‘‘रिजर्व बैंक ने हमें दुनिया में एक नई तरह के बैंकिंग मॉडल की शुरआत करने का मौका दिया है। हमें इस बात को लेकर गर्व है कि हमारे ग्राहकों की जमा पूंजी को सुरक्षित तरीके से सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया जा सकेगा और इसका इस्तेमाल राष्ट्र निर्माण में होगा। हमारी कोई भी जमा राशि किसी जोखिम वाली परिसंपत्ति में परिवर्तित नहीं होगी।’’