मुंबई। कोटक महिंद्रा बैंक ने आईएनजी वैश्य बैंक के खुद के साथ विलय के बाद अपनी कॉरपोरेट उधारी व निवेश बैंकिंग इकाइयों का एकीकरण किया है ताकि वह बड़े कॉरपोरेट (कंपनियों) को सेवाएं दे सके। बैंक के हाल में नियुक्त विशेष रूप से गठित कॉरपोरेट व निवेश बैंकिंग इकाई के प्रमुख टी.वी रघुनाथ ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा,(आईएनजी के साथ विलय के बाद) हमारा मानना है कि उधारी व निवेश बैंकिंग के एकीकरण से बडे कॉरपोरेट ग्राहकों को बेहतर सेवा दी जा सकती है। आईएनजी वैश्य व कोटक महिंद्रा बैंक का 15,000 करोड़ रुपए का विलय एक अप्रैल से प्रभावी हो गया। इससे कोटक महिंद्रा बैंक देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है।