कोण्डागांव। छत्तीसगढ के कोण्डागांव जिले में अतिसंवेदनशील क्षेत्र मर्दापाल के बड़ेकुडुसनार गांव की एक गरीब आदिवासी युवती ने जिला कलेक्टर से न्याय दिलाने की मांग की। युवती ने कलेक्टर को दिए आवेदन में न्याय नही दिलाने की स्थिति में माओवादी बनने की इजाजत देने की अपील की है। आदिवासी युवती ललिता पोयाम ने कलेक्टर नीलकंट टीकाम को यह आवेदन दिया है। उसने बताया कि चाचा ने गांव में नजूल की जमीन पर कई वर्षो से कब्जा कर रखा था।
इसी जमीन पर ललिता एक छोटे से होटल का संचालन कर रही थी। तहसील कार्यालय से अवैध जमीन के प्रकरण में कब्जा हटाने का आदेश पारित होने के बाद नायब तहसलदार के दल ने 13 अप्रैल को अवैध कब्जा हटाने के दौरान दुकान में जेसीबी चलवा दी थी। कोण्डागांव जिला मुख्यालय से लगभग पैतीस किलोमीटर दूर बड़ेकुडूसनार अति सेवदंनशील इलाका है। इस क्षेत्र में,गांव में माओवादी नक्सली संगठन के लोगों का आना जाना लगा रहता है।