रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी 28-29 जुलाई को छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे। वे विशेष विमान से सीधे जगदलपुर पहुंचेंगे। वहां वे बस्तर समेत प्रदेश से चयनित 2000 युवकों को राजनीति सिखाएंगे और प्रदेश के राजनैतिक उठापटक में कांग्रेस के दिग्गजों के साथ भी राहुल की राउंड टेबल मीटिंग भी फिक्स की जा रही है। नए प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के छत्तीसगढ़ की कमान संभालते ही यह मौका कांग्रेस के लिए बेहद खास होगा। क्योंकि जोगी कांग्रेस और बीजेपी दोनों की नजर बस्तर पर है। राहुल जगदलपुर में ही कुछ समय निकाल कर समन्वय समिति के पदाधिकारी और सदस्यों की एक अनौपचारिक बैठक भी ले सकते है।
नगरनार इस्पात संयंत्र निजीकरण को लेकर तगड़ा विरोध
नगरनार में ही 28 जुलाई को नगरनार इस्पात संयंत्र के निजीकरण को लेकर तगड़ा विरोध किए जाने की तैयारी है। जिसकी वजह से जिला प्रशासन राहुल की सभा को अनुमति देने में आना-कानि कर रहा है। वहीं पार्टी के दिग्गज नेता अब नई जगह तलाश रहे है। राहुल गांधी एसपीजी के तगड़े सुरक्षा घेरे में रहते है। उस लिहाज से राज्य की पुलिस भी उन्हें तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के घेरे में रखने की तैयारियों में जुटा है।
आम सभा की जगह को लेकर पार्टी में संशय
राहुल की आम सभा की जगह को लेकर अभी तक पार्टी में संशय की स्थिति है। नगरनार संयंत्र के निजीकरण के विरोध में लगातार विभिन्न संगठन और स्थानीय निवासियों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। ऐसे में राहुल की सभा करना अफसर मुनासीब नहीं समझ रहे है। यही वजह है कि राहुल की सभा के लिए पीसीसी पदाधिकारी नई जगह तलाश रहे है। सूत्रों कि मानें तो राहुल की सभा नगरनार प्लांट एरिया से हटा कर मारकेल में कराने का मन बना रही है।
प्रभारी नेता विधानसभा में प्रतिपक्ष, राहुल भरेंगे हुंकार
बस्तर के प्रभारी नेता विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव ने कहा कि, राहुल गांधी और कांग्रेस हमेशा के गांव, गरीब, किसान आदिवासी और दलित के हक की लड़ाई लड़ रही है। साथ ही आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ भी इस सभा के जरिए राहुल हुंकार भरेंगे।
दिखावे के लिए नहीं, दिल से आदिवासियों के लिए सोचें
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अजीत जोगी ने राहुल के बस्तर दौरे को दिखावा करार दिया है। उन्होंने राहुल को सलाह दी कि दिखावे के लिए नहीं, दिल से आदिवासियों के लिए सोचना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी के एक बार आने या जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जोगी के कांग्रेस से अलग होने के बाद राहुल गांधी का यह पहला दौरा है।