रायपुर। घरेलु काम करने के लिए मां की डांट से बुआ के घर भाग आई और घर के लिए वापस आ रही नाबालिग की जिंदगी को कुछ दरिंदों ने नर्क बना डाला। दो लड़कों ने उसे अगवा कर रायपुर स्टेशन के पास एक लाज के कमरा नंबर 109 में रख कर दो दिन तक बलात्कार करते रहे और फिर मासूम को देह व्यवसाय करने वाली एक महिला के हवाले कर दिया। लड़की को रायपुर से रायगढ़ के एक होटल व्यवसायी प्रिंस लॉज के मालिक के हाथों बेच दिया गया।
लाज का मालिक खुद उसे लॉज के कमरा नंबर 6 में दो दिन तक रखकर बलात्कार करते रहा। इन हवशी दरिंदों के मासूम बालिका पर कोई दया नहीं आई। लॉज मालिक ने उसे रायपुर की बस में बैठा दिया। घर लौटने के बाद लड़की ने अपने परिजनों से जब पूरी कहानी बयां की तो सभी के होश उड़ गए। जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। शनिवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने इस मामले में तीन आरोपियों को आजीवन कारावास और तीन को 10 साल की सजा सुनाई है।
पुलिस आई एक्शन में
लापता की शिकायत दर्ज करने वाली पुलिस लड़की की मां की शिकायत पर भादवि की धारा 363, 342, 506, 376, 34 पॉस्को एक्ट की धारा 6 और 17 के तहत मामला दर्ज कर एक्शन में आई और सभी आरोपियों को एक-एक कड़ी जोड़ते हुए गिरफ्तार कर लिया।
होटलों में चल रहा देह व्यवसाय
जिस तरह एक नाबालिग को बार-बार होटल के कमरे में ले जाकर बलात्कार किया गया उससे तो यह स्पष्ट हो गया कि शहर के इन होटलों में किस प्रकार वेश्या व्यवसाय संचालित किया जा रहा है। सारंगगढ़ के होटल प्रिंस का मालिक संतोष केसरवानी स्वत: बलात्कार करने में संलिप्त था इसलिए उसे आरोपी बनाया गया। लेकिन, रायपुर के एक होटल में जहां बलात्कार के लिए कमरा उपलब्ध कराया गया था उसके खिलाफ पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया।
देह व्यापार करने वाली महिला ने पहुंचाया था सारंगढ़
28 जुलाई को वहां से लेकर निकले और टिकरापारा में देह व्यवसाय संचालित करने वाली शाहीना खान के घर पहुंचा दिया। शाहिना खान अपने पति मो. रहीम उर्फ फहीम खान तथा रविंद्र विश्वास की मदद से उस लड़की को रायगढ़ जिले के सरंगगढ़ में बने प्रिंस लॉज के मालिक संतोष केसरवानी के हवाले कर दिया। वहां से मोटी रकम लेकर सभी वापस आ गए। दो दिन बलात्कार करने के बाद केसरवानी ने लड़की को रायपुर का टिकट निकाल कर बस में बैठा दिया। जिसके बाद लड़की अपने घर पहुंच सकी।
क्या था मामला
रविवार 26 जुलाई पंडरी की रहने वाली 14 वर्षीय बालिका की मां ने घरेलु काम नहीं करने पर डांट दिया था। मां की डांट से आहत होकर वह बुआ के घर मोवा चली गई। कुछ घंटे वहां रहने के बाद वह घर आने के लिए निकली और पारस नगर के पास बने गार्डन में बैठ गई। इस बीच मोटर साइकिल पर सवार दो युवक तेलीबंधाा निवासी आशीष सचदेव (22) और गुलशन बाधवानी (23) उसके पास पहुंचे। पहले मासूम को अपने साथ चलने के लिए कहा। जब लड़की ने मना कर दिया तो जबरन उसके घर छोड़ने की बात कहकर बीच में बैठा कर रेलवे स्टेशन के पास रंजीत होटल के कमरा नंबर 109 में ले जाकर बलात्कार किया।