नई दिल्ली। बैंकिंग व्यवस्था में बदलाव शुरू कर चुकी सरकार को उम्मीद है कि 2017 तक 6.5 लाख लोगों के इस क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। जबकि 2022 तक 16 लाख को बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी मिलेगी। जो बंधन, मुद्रा, व्यवसायिक, आईडीएफसी, स्मॉल और पेमेंट बैंकों में शीर्ष स्तर से लेकर क्लर्क पद तक की होंगी।
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सरकार की सिफारिश पर आरबीआई बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव के लिए पूरी तरह सहमत है। यही वजह है कि दो व्यवसायिक, 10 स्मॉल और 11 पेमेंट बैंक के लिए रिजर्व बैंक की ओर से लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं।