नई दिल्ली। एटीएम के जरिये होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। मार्च 2019 से ऐसे एटीएम काम करने लगेंगे। हालांकि सभी बैंक के एटीएम में यह सुविधा नहीं होगी। अभी केवल पंजाब नेशनल बैंक ही ऐसे एटीएम जाने जा रहा है।
क्लोनिंग रोकने के लिए एटीएम में नए कार्ड रीडर रीडर लगाए जा रहे हैं। इन एटीएम में वही कार्ड स्वीकार्य होंगे जिनमें चिप लगी होगी। बदलाव के तहत मशीन से छेड़छाड़ की जानकारी सीधा बैंक तक पहुंचाने के लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव हो रहे हैं। पंजाब नेशनल बैंक के सभी एटीएम जल्द ही ऐसी सुरक्षा के साथ लाए जाएंगे।
बैंक के एटीएम में एंटी क्लोनिंग डिवाइस लगी होगी। इसके तहत कोई भी अगर मशीनरी के साथ छेड़छाड़ करता है तो मशीन खुद ब खुद बंद हो जाएगी। एटीएम से छेड़खानी होने की जानकारी सीधा बैंक के मुख्यालय में पहुंचेगी। वहीं से इस पर आगे की कार्यवाई की जाएगी। इसके बाद बैंक द्वारा आश्वस्त होने के बाद ही एटीएम दोबारा से शुरू किया जाएगा।
क्लोंनिंग ने निजात के निर्देश जारी
एटीएम में जो नए रीडर लगाए जाएंगे, वे चिप वाले एटीएम ही स्वीकार करेंगे। हालांकि अभी मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले एटीएम भी चल रहे हैं। इन्हें बदलवाने की तारीख 31 दिसंबर तय की गई है। इस तारीख तक पुराने चल रहे एटीएम बैंक से बदलवाने होंगे। इन्हें लेकर आरबीआई और बैंक की तरफ से सूचना दी रही है। वहीं, आरबीआई ने सभी बैंकों को अपने एटीएम को क्लोंनिंग ने निजात दिलाने के लिए निर्देश जारी किए हैं। सबसे पहले ऐसी तकनीक लाने वाले पीएनबी के लगभग 65 हजार एटीएम में बदलाव होने हैं। हालांकि चिप लगे कार्ड को स्वीकार करने वाले एटीम पहले से ही बैंकों द्वारा लगावा दिए गए हैं।