मुंबई। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भविष्य में महंगाई बढ़ने, कच्चे तेल की कीमतों में एक बार फिर तेजी की आशंका तथा वैश्विक बाजारों की अनिश्चितता के मद्देनजर नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की चालू वित्त वर्ष की पाँचवीं बैठक के बाद यहां जारी बयान में कहा गया है कि मुख्य नीतिगत दर रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा गया है। यह वह दर है जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को ऋण देता है।
इसी प्रकार रिवर्स रेपो दर को 6.25 प्रतिशत पर और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी तथा बैंक रेट को 6.75 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है। समिति के सभी छह सदस्यों ने दरों में बदलाव नहीं करने के पक्ष में मतदान किया। वहीं, समिति ने भविष्य में अपना रुख ‘धीरे-धीरे ब्याज दरों में बढ़ोतरी का’ रखा है।