नई दिल्ली। जनजातिय मामलों के मंत्री जुएल ओरांव ने गुरुवार को दावा किया कि आदिवासी क्षेत्रों में नक्सलियों का प्रभाव अब बहुत कम हो गया है और सरकार ऐसे इलाकों में युवाओं को परिवहन क्षेत्र में रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक मदद उपलब्ध कराएगी। ओरांव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में अपने मंत्रालय की चार साल की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया कि पहले देश के 173 जिलों में नकस्ली सक्रिय थे जो अब सिमट कर 70 से 75 जिलों तक रह गये हैं । उन्होंने कहा कि अब केवल 40 आदिवासी बहुल जिले ही नक्सली प्रभावित रह गए हैं ।
उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय ने आदिवासी क्षेत्रों के युवाओं को परिवहन क्षेत्र में स्वरोजगार शुरु करने का अवसर देने का निर्णय लिया है । इसके तहत 300 लोगों को सस्ती ब्याज दर पर रिण उपलब्ध कराये जायेंगे । पेट्रोलियम मंत्रालय ने तेल और गैस के परिवहन के लिए सहमति दी है । इसके तहत चुने हुए युवाओं को 60 से 75 लाख रुपये का रिण सस्ती ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जायेगा ।
ओरांव ने कहा कि अदिवासी अब नक्सलियों की मंशा को समझ गये हैं और वे समाज की मुख्य धारा में शामिल होकर आर्थिक विकास की नयी मंजिल हासिल करने के प्रयास में जुट गये हैं ।