मुंबई। टॉलीवुड इंडस्ट्री के स्टार प्रभास ने अपना 39वां बर्थडे सेलिब्रेट किया । प्रभास का जन्म 23 अक्टूबर को चेन्नई में हुआ था। उनका पूरा नाम वेंकट सत्यनारायण प्रभास राजु उप्पालापाटि है। प्रभास के पिता यू. सूर्यनारायण राजू उप्पालापाटि फिल्म प्रोड्यूसर थे। तीन भाईयों बहनों में प्रभास सबसे छोटे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रभास एक्टर नहीं बनना चाहते थे। प्रभास की पढ़ाई लिखाई हैदराबाद में हुई है। शुरूआत में प्रभास बिजनेसमैन बनना चाहते थे।
प्रभास के अंकल कृष्णम राजू तेलुगू इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर हैं। उन्हीं के कहने पर प्रभास ने एक्टिंग में हाथ आजमाया। प्रभास आज पूरी दूनिया में फेमस है। लेकिन उन्हें ये स्टारडम पाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी है। प्रभास ने साल 2002 में तेलुगू फिल्म 'ईश्वर' से एक्टिंग की शुरुआत की। इसके बाद भी प्रभास की किस्मत रंग नहीं लाई और 2003 में रिलीज हुई उनकी दूसरी फिल्म 'राघवेंद्रम' भी बॉक्स आॅफिस पर कमाल नहीं दिखा पाई।
हालांकि, अभी प्रभास का स्ट्रगल यही खत्म नहीं हुआ। इसी साल रिलीज हुई उनकी फिल्म अडवि रामुडु लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। 2005 में राजमौली के निर्देशन में प्रभास की फिल्म 'छत्रपति' रिलीज हुई। ये फिल्म सुपरहिट हुई। उनकी फिल्म योगी (2007), मुन्ना (2009), बिल्ला (2009) और एक निरंजन (2013) बॉक्स आॅफिस पर हिट रही।
2015 में सिनेमाघरों में बाहुबली रिलीज हुई। मुख्य रुप से तेलुगू में बनी इस फिल्म को तमिल, मलयालम और हिंदी में डब किया गया। इस फिल्म को हिंदी में करन जौहर के धर्मा प्रोडक्शन ने रिलीज किया। इसमें प्राचीन राज्य माहिष्मति राज्य की लार्जर दैन लाइफ की कहानी दिखाई गई जिसमें प्रभास ने अमरेंद्र बाहुबली (पिता) और महेंद्र बाहुबली (सिवुडु) दोनों का किरदार निभाया। ये महज फिल्म नहीं थी बल्कि परदे पर रची गई एक ऐसी तिलिस्मी दुनिया थी जिसने दर्शकों पर कभी ना उतरने वाला जादू कर दिया।
इसे देखने के बाद हर किसी के मन में यही सवाल था कि आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? इस सवाल का जवाब लोगों को 2017 में मिला जब 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' रिलीज हुई। 'बाहुबली 2' देखने के बाद लोगों का रिएक्शन बता रहा था कि उन्होंने अपनी जिÞंदगी में पहले किसी भारतीय फिल्म में ऐसा कुछ नहीं देखा था जो प्रभास स्टारर इस फिल्म में देखा है।