26 Apr 2024, 10:58:38 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

मुंबई। बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्री शबाना आजमी को अच्छी अदाकारी, समाजसेवा और किसी भी विषय पर बेबाकी से अपनी बात रखने के लिए जाना जाता है। शबाना आजमी ने बताया कि फिल्मों में एक्ट्रेस बनने का रुझान उनके अंदर अभिनेत्री जया भादुड़ी की एक शार्ट फिल्म 'सुमन' देखने के बाद आया। उससे पहले वह अपने कॉलेज के थियेटर में जरूर एक्टिंग करती थीं लेकिन कभी फिल्म में काम काम करने की बात नहीं सोची थी। शबाना बताती हैं, 'वैसे तो जब मैं चार साल की थी तब से मां मुझे अपनी पीठ में बांधकर पृथ्वी थियेटर ले जाती थी, पृथ्वीराज कपूर साहब ने मेरे लिए कपड़े भी बनवा दिए थे, जिससे मुझे भीड़ में खड़ा कर दिया जाता था। यहीं से अभिनय में दिलचस्पी जागी। जब स्कूल गई तो वहां ड्रामे में हर साल हिस्सा लेती और लोग पसंद करते। लोगों सी लगातार मिलती वाहवाही से हौसला भी मिलता। 'शबाना आगे कहती हैं, 'अब मैं मुंबई के एक-एक अंग्रेजी कॉलेज में पढ़ने लगी थी। यहां अंग्रेजी थिअटर ग्रुप था। मैंने और अभिनेता फारुख शेख ने मिलकर कॉलेज में हिंदी रंगमंच का निर्माण किया, लेकिन हमारे ग्रुप को कॉलेज की ओर से कोई फंड नहीं मिलता था। ड्रामा करने में जो भी पैसा खर्च होता, वह सब फारुख की जेब से जाता। हमारे रंगमंच के काम को दूसरे कई मंच पर खूब सराहना मिलती थी। हम हर बार बेस्ट ऐक्ट्रेस, ऐक्टर और ड्रामा का सम्मान भी जीत लेते थे।' शबाना अपनी बात बढ़ाते हुए आगे बताती हैं, 'इसी दौरान मैंने जया भादुड़ी (बच्चन) की एक शार्ट फिल्म 'सुमन' देखी, इस फिल्म को देखकर मुझे ऐसा लगा कि यह तो बहुत ही अलग ऐक्टिंग है। मैं उस फिल्म को देखकर बहुत ज्यादा प्रभावित हो गई थी। मन ही मन सोच लिया था कि अब मैं एक्ट्रेस ही बनूंगी। अपने वालिद को जब मैंने बताया कि मैं एक्ट्रेस बनना चाहती हूं तो उनका सपॉर्ट भी मिला, उन्होंने कहा जो भी करो वह सबसे अच्छा करना। इसके बाद मैंने एफटीआईआई ज्वाइन कर लिया। वहां मुझे तीन महीने बाद ही स्कॉलरशिप मिलने लगी थी।'

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