नई दिल्ली। अपने विवादास्पद बयानों के चर्चा में रहने वाली अभिनेत्री और आइटम गर्ल राखी सावंत ने कहा कि लोकतंत्र में किसी को डरने की जरूरत नहीं है। उनका कहना है कि वो झांसी की रानी की तरह साहसी हैं। राखी इस समय अपने विवादास्पद बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। उन पर आरोप है कि उनके बयान से वाल्मीकि समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।
राखी ने कहा, “मैं सोचती हूं कि लोग मुझे जानबूझकर मेरे करियर को खत्म करने के लिए विवाद में खींच रहे हैं। मैंने किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कुछ भी गलत नहीं कहा। यहां तक कि मैंने माफी के लिए एक वीडियो बनाया और इसे ऑनलाइन अपलोड किया है।”
उन्होंने कहा, “मैं झांसी की रानी की तरह साहसी हूं और उन सब लोगों से लडूंगी, जो मुझे विवाद में घसीट रहे हैं।” यह पहली बार नहीं है कि वह अपने बयानों के लिए इस तरह की परेशानियों का सामना कर रही हैं।
उनसे जब पूछा गया कि वह अपने ज्यादा बोलने के स्वभाव को बदलना चाहती हैं? राखी ने जबाव दिया, “क्यों? मुझे यह क्यों करना चाहिए? तब फिर लोकतंत्र में रहने का क्या मतलब है? क्या हमें बोलने की आजादी नहीं है?”
गुरुवार को राखी ने एक प्रेसवार्ता बुलाई थी, जिसमें उन्होंने खुद का बचाव किया। इससे पहले पिछले हफ्ते पंजाब पुलिस की टीम को उनके खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट तामील कराने के लिए मुंबई भेजा गया था। यह वारंट लुधियाना के एक न्यायालय की ओर से जारी किया गया था।
पंजाब में एक न्यायालय ने अभिनेत्री के 9 मार्च को अदालत में उपस्थित न होने के कारण एक वारंट जारी किया था। दरअसल, उनके खिलाफ महर्षि वाल्मीकि के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का आरोप लगा था।