मुंबई। ‘हरामखोर’ को शीघ्र ही थिएटरों तक पहुंचने में बड़ी लंबी जद्दोजहद करनी पड़ी। पिछले हफ्ते, एक महत्वपूर्ण फैसले में, एफसीएटी ने इसे सामाजिक तौर पर जिम्मेदार फिल्म करार देते हुए इस फिल्म पर लगाया हुआ प्रतिबंध वापस लिया और वास्तव में उसे यह उम्मीद है कि यह फिल्म लड़कियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक रहने का एक सकारात्मक संदेश देगी। गुजरात के एक छोटे से गांव में फिल्माई गई, यह फिल्म एक 14 साल की स्कूली छात्रा और उसके शिक्षक के प्रेम-संबंधों पर आधारित है।
इस फिल्म की खबर और नए पोस्टर के आने के बाद, अब इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया है। एक छोटे से गांव के दृश्यों से सजी इस फिल्म में शिक्षक, छात्रा, वह छोटा लड़का जो उसी लड़की को चाहता है और उसका दोस्त जो उसकी मदद करता है, और शिक्षक की पत्नी मुख्य कलाकार हैं। बहुत ही बढ़िया हास्यपूर्ण परिस्थितियों से भरपूर इस फिल्म से ऐसा प्रतीत होता है जैसे कि उस लड़की की भूमिका निभा रही श्वेता त्रिपाठी को पटाने के लिए पर्दे पर नवाजुद्दीन सिद्दीकी और बाल कलाकारों के बीच बहुत अच्छी जुगल बंदी होगी।
जबरदस्त संगीत से परिपूर्ण ट्रेलर के कुछ हिस्से हास्यास्पद हैं और कुछ संजीदा और उस पर चार चांद लगाती हैं मुख्य कलाकारों की बेदाग अदाकारी। हमने सुना है कि मात्र एक पखवाड़े और एक दिन में इस फिल्म की शूटिंग को निपटाकर एकदम नया रिकॉर्ड बनाया गया है। सभी वास्तविक स्थानों में शूट कर 16 दिनों में इस फिल्म की शूटिंग खत्म करके यह हाल के दिनों में फिल्माई जानेवाली सबसे तेज फीचर फिल्म बन गई।
निर्देशक श्लोक शर्मा का कहना है कि ‘‘एक पूरी की पूरी फीचर फिल्म की शूटिंग 16 दिनों में खत्म करना वाकई बहुत ही चुनौती भरा काम था। इसीलिए इसमें टीम की भूमिका बहुत अहम थी। मेरे मुख्य कलाकार नवाज भाई और श्वेता हमेशा तैयार रहते थे। और यूनिट के बाकी लोग भी हमेशा तैयार थे। निर्माण की टीम के साथ मेरे डीओपी, सिद्धार्थ और उनकी टीम पूरी तरह से तालमेल बनाए हुए थे। मेरे पीछे जो टीम काम कर रही थी उसके बगैर यह संभव हो पाना बिल्कुल नामुमकिन था।’’