बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने अपने 28 साल के बेटे के साथ एक ही कमरे में फांसी लगा ली। रानीपुर पुलिस सूत्रों ने बताया कि गांव कुही में रहने वाली गिरिजा गौर (53) ने अपने छोटे बेटे समीरकांत गौर (28) के साथ शुक्रवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों ने पहले साड़ी से चेहरे को ढका और फिर इसी का फंदा बनाकर पंखे से फांसी लगा ली। आत्महत्या करने से पहले दोनों ने अलग-अलग सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें पारिवारिक कारणों से आत्महत्या करने की बात लिखी है।
मामले का खुलासा उस समय हुआ जब गिरिजा के बड़े बेटे श्रीकांत ने अपने छोटे भाई और मां को फोन किया और किसी ने फोन नहीं उठाया। रानीपुर थाना प्रभारी जीएस ठाकुर ने बताया कि महिला पिछले 25 साल से अपने पति सुनील गौर से अलग अपने मायके में रहती थी। उनके पति की अब मौत हो चुकी है। गांव में मां-बेटे का पत्तल-दोने बनाने का भी काम चल रहा है। महिला का बड़ा बेटा श्रीकांत भोपाल में रहता है, जिससे पूछताछ की जा रही है।