जगदलपुर। छत्तीसगढ के बस्तर में टंगिया ग्रुप के नेता सोमनाथ की हत्या के मामले में पुलिस ने डीयू की प्रोफेसर नंदिनी सुंदर और जेएनयू की अर्चना प्रसाद समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस का कहना है कि हत्या के पहले ही प्रोफसरों और नक्सली नेताओं ने गांव वालों को छह महीने पहले नक्सलियों की ओर से जान से मारने की धमकी का जिक्र किया था। इसके बाद सोमनाथ की हत्या हो गई। मृतक की पत्नी ने सभी के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
बताया जा रहा है कि सोमनाथ माओवादियों की खुले तौर पर मुखालफत करता था। इसी क्रम में उसने हाल ही में टंगिया (कुल्हाड़ी के लिए स्थानीय भाषा में प्रयोग किया जाने वाला शब्द) समूह बनाया था।
पुलिस महानिरीक्षक एसआरपी कल्लूरी ने बताया कि सोमनाथ शुक्रवार रात अपने तीन दिन के बेटे से मिलने सुकमा के कुम्माकोलेंग के नामा गांव स्थित अपने घर गया था, उसी दौरान नक्सलियों ने उसे घर में घेर लिया और उसकी हत्या कर दी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में सोमनाथ के परिवार के सदस्यों की शिकायत के आधार पर नंदिनी समेत अन्य पर अपराध दर्ज किया गया है। सोमनाथ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का सदस्य भी था।
मामले में नंदिनी और अर्चना समेत नक्सली नेता विनोद, श्यामला और सीपीआई नेता संजय पराते समेत अन्य 6 लोगों के खिलाफ कल तोंगपाल थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया है।