नई दिल्ली। ओलंपिक रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंधू ने स्पेन की कैरोलिना मारिन से रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक मुकाबले की हार का बदला चुकाते हुए रविवार को 21-19, 21-16 की जीत के साथ बीडब्ल्यूएफ मेटलाइफ योनेक्स सनराइज सुपर सीरीज इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब पहली बार जीत लिया।
सिंधू ने पहली बार इंडिया ओपन का खिताब जीता है और इसके साथ ही वह भारतीय बैडमिंटन की क्वीन बन गई हैं। तीसरी सीड सिंधू ने शीर्ष वरीयता प्राप्त तथा विश्व और ओलंपिक चैंपियन मारिन से खिताबी मुकाबला 46 मिनट में अपने नाम कर करियर की सबसे बड़ी जीत हासिल की।
सिंधू के मुकाबले को देखने के लिए सीरीफोर्ट स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था और भारतीय स्टार ने पूरे मैच में गजब का प्रदर्शन किया। खिताब जीतने का अंक मिलते ही सिंधू ने चैंपियन की हुंकार लगाई और स्टेडियम में तिरंगे लहरा उठे। केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बने। गोयल के दूसरे गेम के दौरान स्टेडियम पहुंचे थे।
इंडिया ओपन के इतिहास में यह चौथा मौका है जब भारतीय खिलाड़ी ने यह खिताब जीता। सायना नेहवाल ने 2010 और 2015 में तथा किदांबी श्रीकांत ने 2015 में इंडिया ओपन के खिताब जीते थे। सिंधू को रियो गोल्ड मेडल मुकाबले में मारिन ने 19-21, 21-12, 21-15 से हराया था। लेकिन सिंधू ने अब उस हार का बदला चुका लिया।