हैदराबाद। रियो ओलिंपिक में रजत पदक जीतकर देश को गौरवान्वित करने वाली दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु ने यहां शनिवार को महाकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की। साड़ी पहने और सिर पर 'बोनम (पूर्जा-अर्चना का साजो-सामान)' लिए सिंधु पुराने हैदराबाद के लाल दरवाजा में स्थित काली मंदिर पहुंचीं और प्रार्थना की।
सिंधु ने कहा कि वह हर साल महाकाली की पूजा करने आती हैं। उन्होंने कहा, मैंने कामना की थी कि अगर मैं ओलिंपिक खेलों में पदक जीतती हूं, तो यहां आऊंगी और आज मैं यहां उसे ही पूरा करने आई हूं। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने पिछले माह 'बोनालू' महोत्सव में हिस्सा लिया था। यह तेलंगाना का लोक महोत्सव है, जो इसे अलग राज्य की स्थापना के बाद से मनाया जाता रहा है।
सिंधु का जन्म हैदराबाद में हुआ है, लेकिन उनके माता-पिता आंध्र प्रदेश से हैं। दोनों वॉलीबॉल खिलाड़ी हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने सिंधु को पदक जीतने पर पांच करोड़ रुपए और 1,000 वर्ग गज जमीन पुरस्कार स्वरूप दिए।
उन्होंने बैडमिंटन खिलाड़ी को नौकरी का प्रस्ताव भी दिया। वहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सिंधु को तीन करोड़ रुपए देने की घोषणा की और अमरावती में आवास स्थल तथा एक नौकरी देने का भी प्रस्ताव रखा। सिंधु के रियो ओलिंपिक में पदक जीतने पर दोनों तेलुगू राज्यों ने उनके स्वागत में भव्य समारोहों का आयोजन किया।