मुंबई। विश्व चैंपियनशिप में लगातार दो कांस्य पदक जीतने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु ने कहा कि यदि वह रियो ओलंपिक खेलों में पोडियम में पहुंचने में सफल रहती हैं तो वह इनसे बड़ी उपलब्धि है। इस 20 वर्षीय हैदराबादी ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा यह विश्व चैंपियनशिप से बड़ी उपलब्धि होगी। हर किसी का आखिरी लक्ष्य ओलंपिक में पदक जीतना होता है जहां परिस्थितियां और माहौल पूरी तरह से भिन्न होता है। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि मैं काफी उत्साहित हूं।
यह मेरा पहला ओलंपिक है। विश्व में दसवें नंबर की सिंधु और उनसे दो पायदान उपर काबिज एक अन्य हैदराबादी साइना नेहवाल पांच से 21 अगस्त के बीच दक्षिण अमेरिका में पहली बार होने वाले खेल महाकुंभ में पदक की प्रबल दावेदार हैं। खेलों के उदघाटन से ठीक एक महीने पहले 21 साल की होने वाली सिंधु ने खुशी जताई कि कुल सात शटलर रियो ओलंपिक में भाग लेंगे।
यह लंदन ओलंपिक खेलों से दो ज्यादा हैं। सिंधु ने कहा यह बहुत अच्छा है कि सात खिलाड़ी ओलंपिक के लिए चुने गए हैं जिसमें महिला युगल टीम (ज्वाला गुटा और अश्विनी पोनप्पा) को दूसरी बार और पुरूष युगल टीम (मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी) को पहली बार चुना गया है। विश्व चैंपियनशिप 2013 और 2014 में कांस्य पदक जीतने वाली सिंधु ने कहा
के श्रीकांत भी पहली बार ओलंपिक में हिस्सा लेंगे। वह भी काफी उत्साहित होगा। मुझे उम्मीद है कि हम सभी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हमें और बेहतर करने की जरूरत है। हम कोर्ट के अंदर और बाहर अभ्यास कर रहे हैं लेकिन मुख्य चीज खुद को फिट और स्वस्थ रखना है। हमें स्वस्थ रहने के साथ खुद को चोटों से भी दूर रखना होगा।