मुंबई। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बड़ी उत्सुकता से बहुप्रतीक्षित वैश्विक मॉडल, जिसे अब तक यू321 कहा जाता था, को मराजो का नाम दिया है। स्पेनिश भाषा की एक उप-भाषा बस्क्वी में मराजो शब्द का मतलब शार्क है और शार्क से प्रेरणा लेकर इस वाहन को डिजाइन किया गया है।
एमएण्डएम (ड-ड) लि. के प्रबंध निदेशक डॉ. पवन गोयनका और आॅटोमोटिव सेक्टर के प्रेसिडेंट राजन वढेरा ने कहा महिंद्रा डिजाइन स्टूडियो और इटालियन डिजाइन हाउस पिनइनफारिना ने डिजाइन की विकास प्रक्रिया के दौरान गहनता से सहयोग किया है- नतीजतन मराजो डिजाइन की उस भाषा को प्रतिबिंबित करता है जो महिंद्रा की बोल्ड, नई पीढ़ी के वाहनों का अभिन्न हिस्सा है।
इसका शार्क से प्रेरित डिजाइन सुव्यवस्थित और एयरोडायनामिक आकार वाला है, समग्र सिल्हूट में और फ्रंट ग्रिल जो शार्क के दांत जैसा दिखता और वाहन को आक्रामक दशार्ता है। डिजाइन में शार्क की पूंछ से प्रेरित टेल लैंप भी लगाई गई हैं। मराजो विश्व स्तर पर विकसित किया गया प्रोडक्ट है, जिसे महिंद्रा नॉर्थ अमेरिकन टेक्निकल सेंटर (एमएनएटीसी) और चेन्नई में महिंद्रा रिसर्च वैली (एमआरवी) के सहयोग से तैयार किया गया है।