नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के आॅल्टो कार की कुल बिक्री का आंकड़ा 35 लाख के पार हो गया है। कंपनी ने सोमवार को बताया कि अपनी श्रेणी में इसकी बाजार हिस्सेदारी 33 फीसदी है। कंपनी का दावा है कि यह लगातार 14 साल से सबसे अधिक बिक्री वाली कार बनी हुई है। मॉर्डन डिजाइन, किफायती कीमत और ईंधन दक्षता के कारण आॅल्टो फैमिली के लिए पसंदीदा कार बनी हुई है। आॅल्टो के खरीदारों में अधिकतर 35 साल की कम आयु वर्ग के हैं। कंपनी ने वर्ष 2000 में लॉन्च करने के बाद इसे आकर्षक बनाने के लिए समय-समय पर कई बदलाव किए हैं।
कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक आरएस कल्सी ने बताया है कि आल्टो भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सबसे अधिक बिकने वाली कार बन गई है। वर्ष 2006 से आॅल्टो पांच लाख नए ग्राहकों को खुद से जोड़ रही है। वर्ष 2008 में इसने 10 लाख का आंकड़ा पार किया और वर्ष 2010 में इसने 15 लाख के आंकड़े को छुआ और इस साल इसकी कुल बिक्री 35 लाख के पार हो गई। वर्ष 2017-18 में आॅल्टो की वृद्धि दर छह प्रतिशत रही। अभी इसके दो मॉडल आल्टो 800 और आल्टो के10 सीएनजी ईंधन वैरिएंट के साथ आते हैं। मारुति ने वर्ष 2014 में आॅल्टो के10 को टू पेडल टेक्नोलॉजी (आॅटो गियर शिफ्ट) से लैस किया था। आॅटो गियर शिफ्ट ईंधन दक्षता को कम किये बगैर शहरों में हैवी ट्रैफिक में ड्राइविंग को आरामदेह बनाता है। आॅल्टो के 10 की करीब 18 फीसदी बिक्री एजीएस वैरिएंट वाले कारों की है।