मुंबई। देश की बड़ी आईटी कंपनियों में कर्मचारियों को निकालने का सिलसिला थम नहीं रहा है। इंफोसिस और विप्रो के बाद अब देश की पांचवीं सबसे बड़ी आईटी कंपनी टेक महिंद्रा अपने 1000 कर्मचारियों की छुट्टी कर सकती है। खबर है कि कंपनी सालाना परफॉर्मेंस रिव्यू कर रही है और इसके तहत 1000 कर्मचारियों को निकाला जा सकता है।
टेक महिंद्रा के मुताबिक कंपनी हर साल अपने यहां परफॉर्मेंस रिव्यू करती है। हर साल खराब परफॉर्मेंस वालों की छटनी करती है। इस साल भी वह ऐसा ही कर रही है। इस साल कुछ अलग नहीं है। आईटी कंपनियों ने आगाह किया है कि आने वाले वक्त में आॅटोमैटिक की वजह से हायरिंग में तेजी से कमी आ सकती है। हालांकि कंपनी ने यह नहीं बताया कि कितने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। टेक महिंद्र में 1.17 लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं।
कंपनियां धीमी ग्रोथ से परेशान - देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी इंफोसिस ने भी अपने सीनियर और मिड लेवल के कर्मचारियों की छंटनी की है। कंपनी ने कर्मचारियों को सालाना परफॉर्मेंस के आधार पर बाहर का रास्ता दिखाया है। विशेषज्ञों का कहना है कि काफी आईटी कंपनियां अपनी धीमी ग्रोथ के चलते परेशान हैं।
तकनीक तेजी से बदल रही है। इसके अलावा कई देशों में वीजा के नियमों में बदलाव होने से भी कंपनियों पर असर पड़ा है। अप्रैल में सॉफ्टटवेयर कंपनी विप्रो ने अपने 600 कर्मचारियों को निकाला था। विप्रो ने भी कर्मचारियों के कामकाज की सालाना समीक्षा और उनके प्रदर्शन को देखते हुए ये फैसला लिया था।