2025 तक होंडा की पहली सेल्फ ड्राइविंग तकनीकि वाली कार आ जाएगी जिसमें ड्राइवर सो भी सकता है। हचीगो ने इसके लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। आॅटोनॉमस ड्राइविंग को छह लेवल के द्वारा परिभाषित किया गया है जिसमें जीरो से पांच नंबर शामिल हैं। लेवल फोर में ड्राइवर को बस ड्राइविंग सीट पर बैठने की जरूरत होगी इसके अलावा उसे कुछ और नहीं करना होगा।
कंपनी के अनुसार हम ऐसे समाज का निर्माण करना चाहते हैं जहां पर कोई इनसान किसी एक्सीडेंट की वजह न बने। हम ऐसे उत्पाद बनाना चाहते हैं जो लोगों को आॅटोमोटिव दुनिया का लुत्फ लेने की आजादी दे। हमारा मकसद दुनिया के कोलीजन फ्री और कार्बन फ्री टेक्नोलॉजी में लीडर बनने का है। होंडा अपनी कारों में सेमी आॅटोनोमस फीचर्स को 2020 तक ले आएगा।
इसके लिए सटीक मैप और ट्रैफिक डेटा को शामिल किया जाएगा। इसका टेलीकम्यूनिकेशन यूनिट पूरी तरह से इंटीग्रेटेड कैमरा और रडार तथा कैमरा और लाइडर सेंसर से सुसज्जित होगा। ड्राइवरलेस कार पर पूरी तरह से शिफ्ट होने के लिए होंडा अपनी तकनीकि को धीरे-धीरे परखेगी जिसमें लेन चेंजिंग, ओवरटेकिंग, सिटी ट्रैफिक आदि शामिल होगा।