नई दिल्ली। संकट में फंसी जर्मनी की वाहन कंपनी फाक्सवैगन समूह कार्बन मोनोआक्साइड उत्सर्जन में उतार-चढ़ाव के मद्देनजर मझोले आकार की दो सेडान कार वेंटो तथा रैपिड की चुनिंदा डीजल संस्करण की भारत में बिक्री रोक रही है। इसकी बिक्री कंपनी की दो इकाई फाक्सवैगन इंडिया तथा स्कोडा आटो कर रही है।
फाक्सवैगन इंडिया 1.5 लीटर इंजन से युक्त वेंटो की 3,877 इकाई को वापस मंगाएगी। लेकिन स्कोडा के मामले में कोई वाहन मंगाये जाने की बात नहीं कही गयी है।
फॉक्सवैगन इंडिया ने एक बयान में कहा कि भारतीय वाहन अनुसंधान संघ :एआरएआई: द्वारा किए गए परीक्षण में पाया गया कि 1.5 लीटर क्षमता के डीजल र्इंजन और हाथ से बदले जाने वाले गीयर वाले वेंटो के माडल में उक्त गैस का उत्सर्जन कभी कभी तय सीमा से ज्यादा चला जाता है।
कंपनी ने कहा है कि, फॉक्सवैगन इंडिया वेंटो के मैनुअल गीयरबॉकस माडल की बिक्री को तुरंत प्रभाव से अस्थाई तौर पर रोक रही है। कंपनी ने कहा कि वह इस मुद्दे का विश्लेषण कर रही है और एआरएआई को इस गड़बड़ी के समाधान के लिए तकनीकी पहलों का प्रस्ताव करेगी।