26 Apr 2024, 10:57:31 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

 बेंगलुरु। यकीन करें या न करें पर ये सच है कि पश्चिमी देशों की तरह अब भारत भी अपनी पहली सुपर कार विकसित कर रहा है। कर्नाटक के मनिपाल में सार्थक पॉल की फर्म मीन मेटल मोटर्स इस सुपर कार को बना रहा है। इसे नाम दिया गया है एम-जीरो।

 
मीन मेटल मोटर्स के संस्थापक और निदेशक सार्थक पॉल बताते हैं कि एम-जीरो के लिए 4.0 लीटर एएमजी वी8 बाई टर्बो या 4.8 लीटर एनए वी10 इंजन की खरीद पर बात चल रही है। इस कार की अधिकतम रफ्तार होगी 320 किलोमीटर प्रति घंटा। शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पकड़ने में इसे 3 सेकंड्स से भी कम समय लगेंगे। एम-जीरो को मीन मेटल मोटर्स की टीम 500 से ज्यादा बीएचपी की पावर से लैस करना चाहती है।
 
सार्थक पॉल बताते हैं कि यह एक हाइब्रिड सुपरकार होगी, इसलिए इसमें एक इलेक्ट्रिक मोटर भी होगी, जो 250 बीएचपी पैदा करेगी। इस तरह से एम-जीरो की कुल क्षमता 750 बीएचपी से ज्यादा की होगी। इसमें कुल 900 एनएम टॉर्क बनेगा। एम-जीरो की बॉडी में स्पेशल अलॉय का प्रयोग किया जाएगा। 
 
320 - किमी प्रतिघंटा अधिकतम स्पीड
03- सेकंड में 0 से 100 किमी गति
750 - बीएचपी 
900 - एनएम कुल टॉर्क
 
चाबी की जरूरत नहीं
एम-जीरो की सबसे बड़ी खासियत है बिना चाबी की एंट्री। यानी अगर आप मालिक हैं तो आपके सिवा कोई और इस कार का दरवाजा भी नहीं खोल सकता। एम-जीरो पर चार देशों की चार टीमें काम कर रहीं हैं। पुर्तगाल और इटली की टीम इसकी बॉडी और स्टाइलिंग पर काम कर रही है जबकि इंग्लैंड की टीम इसके सिमुलेशन और ऐनालिसिस को देख रही है। इसके अलावा बची इंडियन टीम के जिम्मे इंजन, ट्रांसमिशन, एयरोडाइनेमिक्स, व्हीइकल डाइनेमिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और एनर्जी स्टोरेज सिस्टम को देखना है।
 
 
 
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