नई दिल्ली। दुनियाभर में फुल मून डे मनाया जा रहा है। लेकिन भारत में इसे गुरु पूर्णिमा के नाम से मनाया जाता है। हिंदू धर्म के लोग हर साल आषाढ़ पूर्णिमा को अपनी गुरु भक्ति को समर्पित करते हैं। इसे काफी पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन सब लोग अपने गुरु का आशीर्वाद लेते हैं उन्हें बधाई संदेश भी भेजते हैं। गुरु पूर्णिमा की बधाई देने के लिए लोग एक दूसरे को संदेश भी भेजते हैं, ऐसे में आप भी इन संदेशों में से कुछ को अपने गुरु या फिर दोस्तों को भेज सकते हैं। इसी मान्यता है कि इस ही दिन महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन वेद व्यास का जन्म हुआ था। कहा जाता है कि उन्होंने ही चारों वेदों को लिपिबद्ध किया था। इसी वजह से उन्हें वेद व्यास के नाम से जाना गया। उनके सम्मान में कई जगह गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। आज के दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। मथुरा जाकर गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा लगाते हैं। साधु सिर मुंडाकर गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करते हैं, ब्रज में इसे मुड़िया पूनों नाम से जाना जाता है। देखिए गुरु पुर्णिमा पर कैसे-कैसे संदेश भेजे जा सकते हैं –
गुरु बिना ज्ञान नहीं ज्ञान बिना आत्मा नहीं,
ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म सब गुरु की ही देन है।
गुरु पूर्णिमा की शुभ कामनायें!
तुमने सिखाया उंगली पकड़ कर हमें चलना;
तुमने बताया कैसे गिरने के बाद संभलना;
तुम्हारी वजह से आज हम पहुंचे इस मुक़ाम पे;
गुरु पूर्णिमा के दिन करते हैं आभार सलाम से।
गुरु पूर्णिमा की शुभ कामनायें!
गुरु पूर्णिमा के दिन आप भगवान विष्णु को नमन करें। जो छात्र पढ़ाई में पीछे रह जा रहे है वे गीता का पाठ कर सकते है। वहीं जिनका कारोबार धीमा चल रहा है वे लोग पीले अनाज,वस्त्र आदि दान कर सकते है।