हमारे आसपास ऐसी ढेरों वनस्पतियां हैं जो बहुत ही लाभदायक होती हैं लेकिन अक्सर हम उनके बारे में नहीं जानते। यहां कुछ ऐसे ही पौधों के बारे में जानें, जिन्हें औषधि भी कहा जाता है। इन वनस्पतियों का प्रयोग ज्योतिष में भी फायदेमंद होता है और हिंदू शास्त्रों में भी इनका खास उल्लेख किया गया है।
एलोवेरा के फायदे
एलोवेरा को घृतकुमारी भी कहा जाता है. आमतौर पर ये पत्थरों के बीच में पैदा होने वाली वनस्पति है।
सुबह-सुबह खाली पेट दो से चार चम्मच एलोवेरा का रस पीने से दिन भर चुस्ती रहती है।
इसका रस पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए ये संजीवनी का काम करता है।
अपामार्ग के गुण
अपामार्ग बाग-बगीचों और झाड़ियों में आसानी से पैदा होने वाला पौधा है।
इसकी जड़ से दातुन करने पर दांतों की हर समस्या दूर हो जाती है।
इसकी पत्तियों को पानी में उबाल कर पीने से अद्भुत लाभ मिलता है।
वृषभ, कन्या और मकर राशि वालों के लिए इसकी जड़ और पत्तियों का प्रयोग उन्हें स्वस्थ रखता है।
पुनर्नवा के चमत्कारी गुण
आम बोलचाल की भाषा में इसे गदपूरना भी कहा जाता है। ये वनस्पति हर साल नई हो जाती है।
पुनर्नवा दो प्रकार की होती हैं लाल और सफेद।
सफेद पुनर्नवा ज्यादा लाभकारी होती है।
पीलिया का रोग पुनर्नवा के प्रयोग से बहुत जल्दी ठीक होता है।
सांस के रोग और पथरी में भी ये बहुत फायदेमंद है।
मेष, सिंह और धनु राशि वालों के लिए पुनर्नवा का सेवन लाभदायक होता है।