सर्दी के मौसम में आपने देखा होगा कि महिलाओं को ठंड ज्यादा लगती है और उनका हाथ-पांव भी पुरुषों की तुलना में ज्यादा ठंडे रहते हैं और ठंडे बने रहते हैं। इससे बचने के लिए महिलाएं दस्ताने, गर्म सेक आदि की मदद से उन्हें गर्म करने की कोशिश करती रहती है। लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों होता है और महिलाओं को पुरुषों की तुलना में ज्यादा ठंड क्यों लगती है। आज हम आपको बताएंगे कि महिलाएं ठंड से ज्यादा परेशान क्यों होती हैं और इसके पीछे क्या वजह है।
महिलाओं के शरीर का मुख्य तापमान ज्यादा होता है, क्योंकि उनमें वसा अधिक होती है। वसा की बहुलता शरीर में गर्मी बनाए रखने में सहायक होती है, दूसरी तरफ पुरुषों में ज्यादा मांसपेशियां होती हैं, जिनकी वजह से शरीर की गर्मी जल्दी से फैल पाती है। महिलाओं के शरीर में एक हार्मोन एस्ट्रोजन पाया जाता है और ये खून को इतना गाढ़ा बना देता है कि खून पतली रक्त-वाहिकाओं में नहीं जा पाता जो कि खासकर हाथ, पांव और कानों में होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्ट्समाउथ के प्रोफेसर माइकल टिपटोन ने बताया कि ‘एस्ट्रोजन रक्त वाहिकाओं को ठंड के प्रति ज्यादा संवेदनशील बनाता है। एक महिला के शरीर का तापमान बढ़ता-घटता रहता है और ये 36.9 डिग्री से 37.4 डिग्री के बीच उतरता-चढ़ता रहता है, जबकि पुरुषों के शरीर का तापमान 37 डिग्री पर स्थिर रहता है। ऐसी ही कई वजह हैं जिनसे साबित होता है कि महिलाओं को ज्यादा ठंड लगती है और उनके हाथ पांव ठंड रहते हैं।