23 Apr 2024, 19:07:59 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

हमारे देश में सामान्‍य रूप से चुनाव और वोटिंग का कोई दिन या तारीख तय नहीं है। लेकिन अमेरिका में राष्‍ट्रपति पद के चुनावों का महीना और तारीख निश्‍चित होता है। वहां पर नवंबर महीने के पहले सोमवार के अगले दिन दिन यानि मंगलवार को ही चुनाव होते हैं। क्‍या आने सोचा है कि ऐसा क्‍यों है। आइये हम बताते हैं। अमेरिका में चुनाव से जुड़ी इस परंपरा के बारे में।

पहले जब साल 1788 में अमेरिका में चुनाव हुए उस समय कोई भी ऐसा कानून नहीं था जो दिन, महीने या तारीख के अनुसार होता। साल 1792 में पहली बार ये कानून बनाया गया कि हर राज्‍य को राष्‍ट्रपति का चुनाव कराना होगा। इसी के अनुसार ये तय हुआ कि दिसंबर माह के पहले बुधवार से 34 दिन पहले तक सभी राज्‍यों में चुनाव करा लिए जाएं।
निश्‍चित तारीख को कहा गया इलेक्‍शन डे
चुनाव कराने की अंतिम निश्‍चित तारीख को इलेक्‍शन डे कहा गया और इसे नवंबर महीने में रखने का फैसला हुआ। ये फैसला इसलिए लिया गया क्‍योंकि इस समय तक फसल उगाने का काम पूरा हो चुका होता है और अमेरिका में सर्दी अपने शिखर तक नहीं पहुंची होती है। क्‍योंकि बाद के महीनों में कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के चलते वोटिंग के प्रभावित होने और उम्‍मीदवारों की जीत पर असर पड़ने का खतरा रहता है। बाद में ट्रेन और टेलीग्राफ के जरिए वोटिंग की शुरुआत भी की गई।
 
1845 में तय हुये तारीख और दिन
इसके बाद अमेरिकी कांग्रेस ने एक बिल के जरिए 1845 में चुनावों के लिए एक ही तारीख को मंजूरी दी। हालाकि शुरू में इस पर कुछ मतभेद हुए कि ये तारीख नवंबर के पहले सोमवार के बाद के एक दिन की तय करने की बात हुई थी। ये बहस वैसे तो 1844 में ही शुरू हो गयी थी। कारण ये था कि इस तारिख के अनुसार चुनाव के दिन और दिसंबर के पहले बुधवार के बीच 34 दिनों से ज्‍यादा का अंतर रहता था। जो सही नहीं माना गया था। इसके बाद आये बिल के अनुसार राष्‍ट्रपति चुनाव के लिए पहले सोमवार के बाद पड़ने वाले मंगलवार को वोटिंग कराने का फैसला किया गया। इस तरह इलेक्‍शन डे और राष्‍ट्रपति की जनता से पहली मुलाकात के बीच 29 दिनों का फासला रहता है। तब से यह प्रथा बरकार है। 
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