राजधानी दिल्ली से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक पांच साल के मासूम की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। मासूम की उम्र 5 साल थी। बच्चा दिल्ली में एक मदरसे में पढ़ता था। परिजनों का आरोप है कि उन्हें बच्चे की हालत जब ज्यादा बिगड़ गई तब जाकर बताया गया। जब तक परिजन मासूम को डॉक्टर के पास लेकर पहुंच पाते उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने कहा कि अगर उन्हें वक्त पर इस बात की इत्तला कर दी जाती तो बच्चे को शायद बचाया जा सकता था।
5 साल के मासूम के शरीर के कई हिस्सों पर बड़े-बड़े दाने और फफोले पड़े हैं। परिजनों का कहना है कि बच्चा एकदम ठीक था फिर उसकी गर्दन, पेट और कमर पर बड़ी संख्या में दाने और फफोले कैसे आ गए? बच्चे के परिजनों का कहना है कि ये बात समझ ही नहीं आ रही कि आखिर बच्चे की मौत हुई कैसे?
दिल्ली पुलिस के मुताबिक 23 तारीख की रात तकरीबन 9:52 पर पुलिस को सूचना मिली कि दयालपुर इलाके में ब्रजपुरी रोड पर मदरसा तालीम-उल-कुरान में एक बच्चा जिसकी उम्र 5 साल है उसकी अचानक मौत हो गई है। बच्चा मदरसे में पढ़ता था। इस मदरसे के प्रिंसिपल हाजी दीन मोहम्मद हैं। पुलिस के मुताबिक मदरसे में लगभग 250 लड़के पढ़ते हैं, जिनमें से लगभग 150 दिल्ली के बाहर के बच्चे हैं बाकी ज्यादातर उत्तर प्रदेश से हैं।
पुलिस को जब शुक्रवार रात को बच्चे की मौत के सिलसिले में कॉल आया तो मृतक की मां ने बताया कि उसने करीब 5 महीने पहले अपने बेटे को मदरसा पढ़ने के लिए भेजा था। 23 तारीख को शाम 6:30 बजे उन्हें पता चला कि उनका बच्चा बीमार है। वह आनन-फानन में बच्चे को बृजपुरी के एक निजी अस्पताल में ले गईं जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मृतक बच्चे की मां शव को वापस मदरसा ले आईं। उन्होंने वहां पूछने की कोशिश की कि आखिर बच्चे को क्या हुआ है, लेकिन किसी ने उन्हें कुछ खास नहीं बताया।
इसके बाद जब उन्होंने बच्चे के कपड़े हटाए तो बच्चे के शरीर पर काफी दाने और फफोले थे। ये देख परिजन हैरान रह गए। इसके बाद मदरसे में काफी भीड़ जमा हो गई थी। फिलहाल पुलिस ने बच्चे के शव को जीटीबी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया फिर भीड़ को वहां से हटाया गया। वहीं मदरसे में पढ़ने वाले कुछ बच्चों के माता पिता उन्हें वापस अपने साथ ले गए हैं। पुलिस में परिजनों ने मामला दर्ज करवा दिया है, फिलहाल जांच चल रही है।